विदेश सेवा में अनुभव, हिंदी बोल सुर्खियों में; गजब हैं US महिला राजदूत मार्गरेट मैक्लॉयड
नई दिल्ली
जिसने पूरी दुनिया का ध्यान खींचा। हालांकि मार्गरेट की मशहूरी के पीछे उनका हिंदी बोलने में फ्लुएंट होना तो एक वजह है ही। लेकिन इसके अलावा उनके अंदर कई अन्य भी खूबियां हैं। आइए आपको मार्गरेट के बारे में बताते हैं कुछ और बातें…
हिंदी-उर्दू बोलने-लिखने में सक्षम
मार्गरेट अमेरिकी विदेश सेवा की एक अनुभवी अधिकारी हैं। उन्होंने कई विदेशी असाइनमेंट्स पर काम किया है। इसमें भारत, पाकिस्तान और जापान शामिल हैं। इसके अलावा उन्होंने घरेलू असाइनमेंट्स पर भी काम किया है। यहां पर उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा और अप्रसार, अंतर्राष्ट्रीय संगठनों और कैपिटल हिल में काम किया है। मार्गरेट का एजुकेशन बैकग्राउंड भी काफी प्रभावी है। उन्होंने कोलंबिया यूनिवर्सिटी से सस्टेनेबल डेवलपमेंट डॉक्टरेट किया हुआ है। इसके अलावा जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी से अंतर्राष्ट्रीय अर्थशास्त्र में ग्रेजुएशन भी कर रखा है। उनकी पढ़ाई का वास्ता भारत से भी रहा है जहां, रोटरी स्कॉलर के रूप में दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में पढ़ाई की है। मार्गरेट हिंदी और उर्दू बोलने और लिखने में पूरी तरह से सक्षम हैं।
लिंक्डइन प्रोफाइल पर लिखी है यह बात
लिंक्डइन पर मौजूद मार्गरेट की प्रोफाइल पर निगाह डालें तो उन्होंने खुद को एक रिजल्ट-ड्रिवेन प्रोफेशनल बताया है। बतौर अमेरिकी डिप्लोमैट उनका करियर 14 साल का है। उनके अनुभव में अमेरिकी सीनेट में काम करने से लेकर यूनाइडेट नेशंस के यूएस मिशन के साथ-साथ विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय असाइनमेंट्स पर काम करना शामिल है। उनकी भूमिकाओं में उच्च रैंकिंग अधिकारियों के लिए लेखन, रणनीतिक संचार, पब्लिक स्पीकिंग और एक वैश्विक संगठन के भीतर नियामक अनुपालन सुनिश्चित करने जैसे कार्य शामिल हैं। बता दें कि जी20 सम्मेलन के दौरान जब एक पत्रकार उनसे बात करने पहुंचा तो उन्होंने हिंदी में जवाब दिया। इस बात ने अचानक उन्हें सुर्खियों में ला दिया।