भारत की आर्थिक वृद्धि का हिस्सा बनना चाहता है अमेरिका
वाशिंगटन
भारत जितनी अधिक तरक्की करेगा, यह भारत के लिए, अमेरिका के लिए और दुनिया के लिए उतना ही बेहतर होगा। बाइडन प्रशासन में दक्षिण एशिया के लिए एक वरिष्ठ अधिकारी यह बात कही।
वैश्विक आर्थिक मंदी के बावजूद भारत दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में सर्वाधिक तेजी से बढ़ रहा है और इस समय 3,000 अरब अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था है। देश ने एक दशक में 10,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य तय किया है।
दक्षिण और मध्य एशियाई मामलों के सहायक विदेश मंत्री डोनाल्ड लू ने बृहस्पतिवार को पीटीआई-भाषा से कहा, ”हम आपकी आर्थिक वृद्धि का हिस्सा बनना चाहते हैं।” उन्होंने कहा, ”हम अर्थव्यवस्था को समावेशी रूप से विकसित करने के भारत के लक्ष्य का पुरजोर समर्थन करते हैं। भारत जितनी अधिक तरक्की करेगा, यह भारत के लिए, अमेरिका के लिए और दुनिया के लिए उतना ही अच्छा होगा। एक समृद्ध भारत के पास जलवायु परिवर्तन और भविष्य की महामारियों जैसी वैश्विक समस्याओं से निपटने के लिए अधिक संसाधन होंगे।”
उन्होंने कहा कि अमेरिका को दो लाख से अधिक भारतीय छात्रों की मेजबानी करने पर गर्व है, जो अमेरिकी विश्वविद्यालयों में पढ़ रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि भारत के वाणिज्य मंत्रालय के शुरुआती आंकड़ों के मुताबिक दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार में सात फीसदी की वृद्धि हुई है।