महिला दिवस पर नई पहल करेंगे पीएम मोदी, ‘मन की बात’ में युवाओं और नारी शक्ति की बात की

नई दिल्ली
हर महीने की तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' के जरिए देश को संबोधित किया। इस मन की बात में उन्होंने युवाओं और नारी शक्ति की बात की। उन्होंने महिला दिवस पर एक नई पहल का भी ऐलान किया। उन्होने इसरो और स्पेस सेक्टर को लेकर कहा, इसरों की सफलताओं का दायरा काफी बड़ा रहा है। दूसरे देशों के बहुत सारे सैटलाइट्स इसरो भेज चुका है। एक बडी बात यह भी रहा है कि स्पेस साइंटिस्ट की हमारी टीम में नारीशक्ति की भागेदारी लगातार बढ़ रही है। मुझे यह देखकर खुशी होती है कि आज स्पेस सेक्टर युवाओं के लिए पसंदीदा है। कुछ समय पहले तक किसी ने इस सेक्टर में प्राइवेट सेक्टर और स्टार्टअप के बारे में नहीं सोचा है। युवाओं के लिए स्पेस सेक्टर बेहतरीन ऑप्शन बन रहा है। आने वाले कुछ ही दिनों में नेशनल साइंस डे मनाने जा रहे हैं। हमारे बच्चों और युवाओं का साइंस में इंटरेस्ट और पैशन होना बहुत मायने रखता है। इसे लेकर मेरे पास एक विचार है जिसे आप वन डे ऐज ए साइंटिस्ट कह सकते हैं। आप अपना एक दिन एक वैज्ञानिक के रूप में बिताकर देखें। आप अपनी सुविधा के अनुसार, मर्जी के अनुसार कोई भी दिन चुन सकते हैं। उस दिन आप किसी रिसर्च लैब या स्पेस सेंटर जैसी जगहों पर जरूर जाएं।

उन्होंने कहा, स्पेस और साइंस की तरह एक और क्षेत्र है जो तेजी से अपनी पहचान बना रहा है। वह क्षेत्र है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस। एक सम्मलेन में मैं गया था वहां भारत की इस क्षेत्र में प्रगति की खूब सराहना की गई। हमारे देश में लोग एआई का उपयोग किस तरह से हो रहा है इसके कई मामले देखने को मिले। तेलंगाना के एक स्कूल में शिक्षक ने एआई टूल की मदद से कोलामी भाषा में गाना कंपोज कर दिया। वे एआई के उपयोग से कई अन्य भाषाओं में गीत तैयार कर रहे हैं। स्पेस सेक्टर हो या फिर एआई. यह हमारे युवाओँ में नई क्रांति को जन्म दे रही है। नई -नई तकनीक को अपनाने में भारत के लोग किसी से पीछे नहीं है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नारीशक्ति को लेकर कहा, अगले महीने 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस है। यह दिन नारीशक्ति को नमन करने का अवसर होता है। देवी महात्म्य का उदाहरण देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, सभी विद्याएं देवी के ही विभन्न स्वरूपों की अभिव्यक्ति हैं। समस्त नारीशक्ति में भी उनका ही प्रतिरूप है। देश की मातृशक्ति ने स्वतंत्रता संग्राम और संविधान के निर्माण में भी बड़ी भूमिका निभाई है। हंसा मेहता का मानना था कि हमारे झंडे में केसरिया रंग से नारी शक्ति की भावनाएं व्यक्त होती हैं। आज उनकी बातें सच साबित हो रही हैं। आप किसी भी क्षेत्र पर नजर डालें तो पाएंगे कि महिलाओं को योगदान कितना व्यापक है। इस बार महिला दिवस पर मैं अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स जैसे कि एक्स और इन्स्टाग्राम अकाउंट पर देश की कुछ प्रेरणास्रोत महिलाओं के लिए एक दिन के लिए सौंपने जा रहा हूं। जिन महिलाओं ने अलग-अलग क्षेत्रों में अलग पहचान बनाई है। 8 मार्च को वे अपनी उपलब्धियों को देशवासियों के साथ साझा करेंगी। प्लेटफॉर्म मेरा होगा लेकिन उनकी चुनौतियों की बात होगी। आप भी नमो ऐप पर बनाए गए विशेष फोरम से इसका हिस्सा बनें।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, आपमें से बहुत सारे लोग होंगे जिन्होंने उत्तराखंड में हुए राष्ट्रीय खेलों का आनंद लिया होगा। देशभर के 11 हजार एथलीट्स ने इसमें भाग लिया। इस आयोजन ने देवभूमि के नए स्वरूप को पेश किया। उत्तराखंड के खिलाड़ियों ने भी शानदार प्रदर्शन किया। इस बार उत्तराखंड सातवें स्थान पर रहा। यही तो पावर ऑफ स्पोर्ट्स है। इससे भावी पीढ़ियां प्रेरित होती हैं वहीं कल्चर ऑफ एक्सिलेंस को भी बढ़ावा मिलता है। आज देशभऱ में खेलों के कुछ यादगार प्रदर्शनों की चर्चा है। इस खेल में सबसे ज्यादा गोल्ड मेडल जीतने वाली सर्विसेज की टीम को बधाई।

पीएम मोदी ने कहा, बहुत से खिलाड़ी खेलो इंडिया के देन हैं। आंध्र की ज्योति हों या अन्य कोई खिलाड़ी। सबने देश को नई उम्मीद दी है। यूपी के भाला फेंक खिलाड़ी सचिन यादव ने भी देशवासियों का दिल जीता। इस बार के राष्ट्रीय खेलों में चैंपियन्स के नंबर हैरान करने वाले हैं। उन्होंने कहा, हमें खुशी है कि युवा एथलीटों के संकल्प और मेहनत के बल पर भारत ग्लोबल स्पोर्टिंग पावर हाउस बन रहा है। देहरादून में नेशनल गेम्स की ओपनिंग के दौरान एक मुद्दा उठाया है। यह विषय है मोटापा। एक फिट देश बनने के लिए हमें ओबेसिटी से निपटना ही होगा।

प्रधानमंत्री ने कहा, बच्चों में भी मोटापो की समस्या चार गुना बढ़ गई है। यह हमें सोचने पर मजबूर करता है। अधिक वजन या मोटापा कई तरह की परेशानियों और बीमारियों को भी जन्म देता है। हम सब मिलकर छोटे-छोटे प्रयासों से इस चुनौती से निपट सकते हैं। एक तरीका है कि खाने के तेल में 10 प्रतिशत की कमी करना। तय कर लीजिए कि हर महीने 10 फीसदी कम तेल उपयोग करेंगे। आप तय कर सकते हैं कि जो तेल खाने के लिए खरीदा जाता है उसे 10 फीसदी कम ही खरीदेंगे। मैं आज मन की बात में इस विषय पर स्पेशल मेसेज भी शेयर करना चाहता हूं। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने नीरज चोपड़ा की बात शेयर की।
 

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