कोरोना काल में पढ़ाई का जो लॉस हुआ है, वह पूरे देश में सबसे कम हमारे छत्तीसगढ़ को हुआ : सीएम बघेल

 

रायपुर

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित शिक्षक भर्ती-2023 नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम में 1318 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया। श्री बघेल ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना के अंतर्गत पूर्ण हो चुके 7 हजार 688 मरम्मत कार्य एवं 464 अतिरिक्त कक्षों के निर्माण का लोकार्पण किया। इस दौरान कहा कि कोरोना काल में पढ़ाई का जो लॉस हुआ है, वह पूरे देश में सबसे कम हमारे छत्तीसगढ़ को हुआ है।

मुख्यमंत्री ने सभी शिक्षकों को बधाई देते हुए कहा कि आप ऐसे शिक्षक बनेंगे जिनका वर्तमान भी सुरक्षित है और भविष्य भी। आपको ओल्ड पेंशन योजना का भी लाभ मिलेगा। इसलिए मैं आप सभी से कहता हूं कि आपको छत्तीसगढ़ का भविष्य सुरक्षित करना है।कोरोना काल में पढ़ाई का जो लॉस हुआ है, वह पूरे देश में सबसे कम हमारे छत्तीसगढ़ को हुआ है। एक बार केशकाल के धनोरा गांव में मैं भेंट-मुलाकात में गया। तभी एक छात्रा मुझसे मिली, उसने मुझसे कहा मुख्यमंत्री जी, आपने स्वामी आत्मानंद स्कूल अच्छे बना दिये। हमारा स्कूल भी अच्छा कर दीजिए। मैंने छात्रा को आश्वस्त किया कि हम सभी स्कूलों को बेहतर बनाएंगे।  

मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना के अंतर्गत पूर्ण हो चुके 7 हजार 688 मरम्मत कार्य एवं 464 अतिरिक्त कक्षों के निर्माण का लोकार्पण करते हुए उन्होंने कहा कि किया। मैं समझता हूं इतनी बड़ी संख्या स्कूलों के मरम्मत एवं कक्षों के निर्माण कार्य का लोकार्पण पहली बार हुआ है। उल्लेखनीय है कि इन स्कूल भवनों के रंग-रोगन के लिए गौठान में बने 1 लाख 98 हजार 510 लीटर गोबर पेंट का उपयोग किया गया है, जिसकी कुल कीमत 4.76 करोड़ रुपए है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित शिक्षक भर्ती-2023 नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम में 1318 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया।

इस दौरान मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भी अभिभावकों से की चर्चा। लैलूंगा से हरिराम राठिया ने बताया कि हमारा स्कूल पहले ठीक नहीं था। अब बढिया हो गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब स्कूल बढिया हो गया है। अब रखरखाव करते रहिए। पालक समिति इस पर ध्यान देती रहे। मुख्यमंत्री ने पढ़ाई की स्थिति के बारे में भी पूछा। बस्तर के लोहंडीगुड़ा में पदस्थ शिक्षक नितिन ने बताया कि हमारा स्कूल बहुत जर्जर स्थिति में था। अब अच्छा हो गया, अतिरिक्त कक्ष भी बन गया। मुख्यमंत्री ने शिक्षक दिवस की उन्हें बधाई दी और शुभकामनाएं भी दी।

स्कूल शिक्षा मंत्री रविन्द्र चौबे इस अवसर पर कहा कि मुख्यमंत्री शाला जतन योजना के अंतर्गत हुए कार्यों के 8000 से भी अधिक स्कूलों का शुभारंभ किया गया। शिक्षा का क्षेत्र हमारी सरकार की प्राथमिकता में रही है। 2100 करोड़ रुपए की लागत से शालाओं का मरम्मत हुआ। पहले जनभागीदारी से स्कूल भवनों का निर्माण होता था, आज 1300 शिक्षकों में ज्यादातर ग्रामीण क्षेत्र के बच्चे हैं, मैं उन्हें बधाई देता हूँ। मुख्यमंत्री ने इसे न केवल सोचा बल्कि कर दिखाया। स्कूल शिक्षा विभाग ननिहाल का भविष्य गढने का काम करता है। मैं विभाग के अधिकारियों को बधाई देता हूँ, शिक्षा में निरंतर नवाचार हो रहा है, इसका पूरा श्रेय हमारे मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल जी को है। छत्तीसगढ़ को शिक्षित और समृद्ध राज्य बनाने में आप सभी शिक्षक पहल करें यही मेरी कामना है। 5 साल में 30,000 शिक्षकों की नियुक्ति अपने आप में एक इतिहास है। लगभग 5 लाख बच्चे आज 700 से ज्यादा स्वामी आत्मानंद स्कूलों में पढ़ रहे हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button