बस्तर जिले के 7 हायर सेकेण्डरी स्कूल को पीएमश्री स्कूल में बदलने का प्रस्ताव

जगदलपुर

जिले में अगले शिक्षा सत्र से पीएम श्री स्कूल की शुरूआत होने जा रही है। इसकी एडवाइजरी राज्य के सभी जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालयों को भेजी जा चुकी है। बस्तर जिले में भी इस पर काम शुरू कर दिया गया है। नई शिक्षा नीति को स्कूल शिक्षा में कैसे लागू किया जाना है उसके पीएम श्री स्कूल मॉडल बनेंगे। पीएम श्री स्कूलों को इस तरह से विकसित किया जाएगा कि यहां बच्चों को पढ़ाई के साथ ही रोजगार के लिए भी तैयार होंगे। यहां कौशल विकास के साथ ही स्थानीय भाषा की भी पढ़ाई होगी। इन स्कूलों का मॉडल जिले में संचालित बाकी स्कूलों से बिल्कुल अलग होगा। जिले के सात हायर सेकेण्डरी स्कूल को पीएम श्री स्कूल सेकेण्डरी स्कूल में बदलने का प्रस्ताव राज्य शासन को भेजा जा चुका है। यह योजना केंद्र सरकार के अधीन संचालित होगी। हालांकि इस पर होने वाला खर्च केंद्र और राज्य साथ मिलकर उठाएंगे।

प्राप्त जानकारी के अनुसार पूरे प्रदेश में 15 हजार स्कूल खोले जाने हैं। पहले चरण में यह स्कूल पिछड़े इलाकों में शुरू किए जा रहे हैं जिनमें बस्तर संभाग को भी शामिल किया गया है। इन स्कूलों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति की सभी सिफारिशें लागू होंगी। बताया जा रहा है कि इन स्कूलों को नई शिक्षा नीति के मॉडल के रूप में प्रस्तुत करने की कार्य योजना तैयार की गई है। इसके तहत नई शिक्षा नीति में जो बदलाव किए गए हैं और इसमें जो नए निर्णय लिए गए हैं उन्हें पहले पीएम श्री स्कूल में लागू किया जाएगा। इन स्कूलों के माध्यम से बाकी स्कूल भी प्रायोगिक तरीके से सझम पाएंगे कि उन्हें नई शिक्षा नीति को अपने स्कूलों में कैसे लागू करना है।

उल्लेखनिय है कि पीएम श्री स्कूल योजना अपने आस-पास के अन्य स्कूलों को मार्गदर्शन और नेतृत्व प्रदान करेंगे, दरअसल वर्ष 2022-23 से 2026 तक पांच वर्षों की अवधि के लिए पीएम श्री योजना के तहत 27360 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इन स्कूलों में नवीनतम तकनीक, स्मार्ट कक्षा, खेल और आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा।

बस्तर जिले की जिला शिक्षा अधिकारी भारती प्रधान ने बताया कि जिले के सात स्कूलों को पीएमश्री स्कूल के लिए चयनित कर लिए गए हैं। इन स्कूलों में फिलहाल योजना के तहत बैंक अकाउंट खुलवाया जा रहा है। अगले सत्र तक स्कूलों को पूरी तरह से पीएमश्री स्कूल में तब्दील कर दिया जाएगा। अभी जैसे-जैसे निर्देश आ रहे हैं हम उन पर काम कर रहे हैं।

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