दोस्ती वाली मुलाकातों के बीच कैसे केजरीवाल को झटके पर झटका दे रही कांग्रेस
अहमदाबाद
कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) के बीच लोकसभा चुनाव को लेकर भले ही गठबंधन हो गया है, लेकिन एक दूसरे को नुकसान पहुंचाने का भी कोई मौका दोनों ही पार्टियां नहीं छोड़ रही हैं। एक तरफ जहां अरविंद केजरीवाल की पार्टी ने राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में चुनाव लड़ने के ऐलान से कांग्रेस की चिंता बढ़ा दी है तो गुजरात में कांग्रेस एक के बाद एक झटके दे रही है। पिछले कुछ दिनों में 'आप' के कई बड़े नेता 'आप' का साथ छोड़कर कांग्रेस में जा चुके हैं और बताया जा रहा है कि आने वाले दिनों में यह सिलसिला आगे बढ़ सकता है। फिलहाल दोनों ही पार्टियां इस पर कुछ कहने से बच रही हैं।
आम आदमी पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष अर्जुन राठवा के इस्तीफे दो और नेताओं ने 'झाड़ू' का साथ छोड़ दिया है। मयंक शर्मा और विशाल पटेल ने आम आदमी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। शर्मा छोटा उदेपुर लोकसभा प्रभारी थे और वडोदरा में पार्टी का अहम चेहरा थे। विशाल पटले वडोदरा में युवा विंग के प्रमुख थे। दोनों नेताओं के इस्तीफे को आम आदमी पार्टी के लिए झटका समझा जा रहा है। ये इस्तीफे ऐसे समय पर हुए हैं जब पार्टी लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी है। अरविंद केजरीवाल की पार्टी ने पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में 5 सीटों पर जीत दर्ज की थी।
'आप' छोड़ कांग्रेस में जा रहे नेता
आम आदमी पार्टी का साथ छोड़ने वाले नेता कांग्रेस का दामन थाम रहे हैं। पिछले महीने 'आप' छोड़ने वाले वरिष्ठ नेता भेमाभाई चौधरी अपने समर्थकों और स्थानीय नेताओं के साथ कांग्रेस में शामिल हो गए थे। पिछले सप्ताह पार्टी छोड़ने वाले राठवा ने भी कांग्रेस का ही हाथ थाम लिया। अब राठवा ने भी गुजरात प्रदेश के कांग्रेस अध्यक्ष शक्तिसिंह गोहिल और जिग्नेश मेवाणी से मुलाकात की है। माना जा रहा है कि जल्द ही वह कांग्रेस का हाथ थाम लेंगे। मयंक शर्मा और विशाल पटेल के भी कांग्रेस में जाने की अटकलें लग रही हैं।
आप ने किया था साथ लड़ने का ऐलान
पिछले विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री पद के दावेदार रहे इसुदान गढ़वी ने पिछले दिनों ऐलान किया था कि गुजरात में आगमी चुनाव उनकी पार्टी कांग्रेस के साथ मिलकर लड़ेगी। हालांकि, कांग्रेस ने इसे जल्दबाजी बताया था। आप के नेता ऐसे समय में कांग्रेस में जा रहे हैं जब दोनों दलों ने राष्ट्रीय स्तर पर 'इंडिया' गठबंधन के तहत साथ लड़ने पर सहमति जताई है। हालांकि, दिल्ली, पंजाब, गुजरात समेत कई राज्यों में दोनों दलों में मतभेद और विरोधाभास नजर आ रहे हैं।