कुसुम-सी परियोजना के 7 विकासकों को 82.9 मेगावॉट के एलओए वितरित

विश्व की सबसे बड़ी ओंकारेश्वर फ्लोटिंग परियोजना के लिये 217.14 करोड़ का ऋण अनुबंध
भोपाल

विश्व के सबसे बडे ओंकारेश्वर फ्लोटिंग सोलर प्रोजेक्ट में विद्युत ग्रिड संयोजन के लिये आवश्यक सब स्टेशन निर्माण के लिए आज यहां आरईसी लिमिटेड और रीवा अल्ट्रा मेगा सोलर लिमिटेड के मध्य 217 करोड़ 14 लाख का ऋण अनुबंध निष्पादित किया गया।

अध्यक्ष गिर्राज दण्डोतिया और प्रबंध संचालक ऊर्जा विकास निगम कर्मवीर शर्मा की उपस्थिति में रीवा अल्ट्रा मेगा सोलर लिमिटेड की ओर से परियोजना प्रभारी अवनीश शुक्ला और आरईसी की ओर से प्रदीप ने हस्ताक्षर किए। यह ऋण स्वदेशी संस्थान से होने के कारण आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को भी प्राप्त कराने में सहायक होगा। रीवा अल्ट्रा मेगा कंपनी द्वारा प्रदेश में अब तक एक हजार मेगावॉट के सौर पार्क और परियोजनाएं सफलतापूर्वक क्रियान्वित की जा रही हैं।

ऊर्जा विकास निगम के अध्यक्ष गिर्राज दण्डोतिया ने आज कुसुम-सी परियोजना में 82.9 मेगावॉट की 14 परियोजनाओं के 7 विकासकों को लेटर ऑफ अवार्ड (एलओए) का वितरण किया। किसानों को पर्याप्त मात्रा में विद्युत उपलब्धता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से स्थापित कुसुम-सी परियोजना में रायसेन जिले की 26 मेगावॉट की 4 परियोजनाओं के लिये पुरूषोत्तम प्रोफाइल प्राइवेट लि. को, शाजापुर जिले की 14.4 मेगावॉट की 2 परियोजना के लिये भैरव एम्ब्रो डिजाइन, 14.6 मेगावॉट की 3 परियाजना के लिए रिनी पॉवर 6.3 मेगावॉट की 2 परियाजना के लिए सचिन बंसल कान्ट्रेक्टर, 8 मेगावॉट की एक परियोजना के लिए रिद्धि-सिद्धि इलेक्ट्रीकल इंजीनियर और 5.7 मेगावॉट की एक परियाजना के लिए एसके इलेक्ट्रीकल्स तथा बुरहानपुर जिले 7.9 मेगावॉट की झम्ब ट्रेडिंग कंपनी को लेटर ऑफ अवार्ड दिया गया।

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