25 मई को फिर से यातायात के लिये शुरू होगा भारत टॉकीज ओवरब्रिज
मंत्री सारंग ने कार्य में लेट लतीफी को लेकर व्यक्त की नाराजगी
मंत्री सारंग ने 15 दिन में ब्रिज का मरम्मत कार्य पूर्ण करने दिये निर्देश
भोपाल
चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने सोमवार को राजधानी भोपाल के भारत टॉकीज ओवरब्रिज का निरीक्षण किया। इसका विगत 2 माह से मरम्मत का कार्य किया जा रहा है। मंत्री सारंग ने निर्माण में लेट लतीफी को लेकर कार्यपालन यंत्री से नाराजगी व्यक्त की। अधिकारियों को 15 दिन की समय-सीमा निर्धारित करते हुए ब्रिज का मरम्मत कार्य निश्चित समयावधि में पूर्ण करवाने के निर्देश दिये।
25 मई को फिर से यातायात के लिये शुरू होगा भारत टॉकीज ओवरब्रिज
मंत्री सारंग ने ब्रिज के मरम्मत कार्य में देरी को लेकर नाराजगी जाहिर कर 15 दिन के भीतर कार्य पूर्ण करवाने के निर्देश दिये। उन्होंने ब्रिज पर लोकार्पण दिनांक 25 मई को इंगित करता बोर्ड लगाने के भी निर्देश दिये।
मंत्री सारंग ने कहा कि लगभग 49 साल पुराने ब्रिज की मरम्मत आवश्यक थी। इसीलिये ओवर ब्रिज की मरम्मत की योजना बनाई गई। उन्होंने कहा कि ओवर ब्रिज में कुल 360 बेयरिंग थे, जिनमें से 320 को बदल दिया गया है। वहीं शेष 40 बेयरिंग 15 दिन के भीतर बदल दिये जायेंगे। मरम्मत कार्य पूर्ण होने के बाद बिटुमिन की डामर सड़क का निर्माण किया जायेगा। 25 मई को पुनः भारत टॉकीज ओवर ब्रिज पर यातायात शुरू कर दिया जायेगा।
ब्रिज पर मरम्मत कार्य के चलते आवागमन के लिये नागरिकों को भोपाल रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर-1 अथवा भोपाल टॉकीज की ओर जाने के लिये लगभग 6 किलोमीटर घूम कर जाना पड़ रहा है। ब्रिज के पुनः शुरू हो जाने से प्रतिदिन करीब 2 लाख लोगों को फायदा होगा।
ब्रिज की रेलिंग का किया परीक्षण
मंत्री सारंग ने लगभग एक घंटे तक ब्रिज पर मरम्मत कार्य की गुणवत्ता के साथ ही अन्य व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान क्षेत्र की महिलाओं ने ब्रिज की रेलिंग के संबंध में शिकायत की। इस पर मंत्री सारंग ने रेलिंग की उसकी मजबूती का परीक्षण कराया।
नरेला विधानसभा अंतर्गत विकास कार्यों का किया सोशल ऑडिट
मंत्री सारंग ने ओवर ब्रिज के निरीक्षण के बाद नरेला विधानसभा अंतर्गत विभिन्न वार्डों में पहुँच कर चल रहे विकास कार्यों का रहवासियों के साथ सोशल ऑडिट भी किया। चांदबड़ झंडा चौक मुख्य मार्ग पर सड़क डामरीकरण की गुणवत्ता की जाँच की। अधिकारियों को कार्य की उच्च गुणवत्ता सुनिश्चित करने के साथ ही समय-सीमा के भीतर कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिये। चांदबड़ स्थित संजीवनी क्लीनिक पर पहुँच कर नागरिकों से व्यवस्थाओं का फीडबेक भी लिया। इस पर नागरिकों ने संतुष्टि व्यक्त की।