लगातार बढ़ रहा महिलाओं का मतदान, इस बार रिकॉर्ड ब्रेक होने का अनुमान

इंदौर

आगामी विधानसभा चुनाव के लिए प्रदेश के कुल मतदाताओं की संख्या 5 करोड़ 61 लाख 36 हजार 229 है। वर्ष 1957 से विधानसभा चुनाव में मतदाताओं की संख्या को देखने पर पता चलता है कि हर चुनाव में मतदाता संख्या में वृद्धि होती रही है। मध्य प्रदेश के गठन के बाद 1957 में पहले चुनाव हुए थे, उस वक्त प्रदेश में 1 करोड़ 38 लाख 71 हजार 727 मतदाता थे। 

चुनाव में हर उम्मीदवार यह सोच कर लगातार जनसंपर्क करता रहता है कि ज्यादा से ज्यादा मतदाता मतदान में हिस्सा लें। सरकारी एजेंसी और अन्य संस्थाएं भी मतदान करने का आग्रह जनमानस से करती हैं। परंतु यह हो नहीं पाता है।  मध्य प्रदेश के गठन से पूर्व मध्य भारत में 1952 में हुए राज्य विधानसभा चुनाव में 34.72 प्रतिशत ही मतदाताओं ने मतदान में हिस्सा लिया था। जाहिर है 65 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मत का उपयोग ही नहीं किया। पहले चुनाव में वोट देना और उसकी जागरूकता का अभाव था, तब साक्षरता प्रतिशत भी कम था। इस वजह से मतदान कम हुआ था।

बढ़ रहा महिलाओं का मतदान
मतदान प्रतिशत को लेकर एक बात यह भी जाहिर होती रही कि पुरुष मतदान प्रतिशत महिलाओं की अपेक्षाकृत ज्यादा रहता है, हालांकि यह अब करीब करीब समान होता जा रहा है। मतदान में महिलाओ की भी भागीदारी बढ़ती जा रही है। वर्ष 1998 में पुरुष मतदान प्रतिशत 66.45 था, वहीं महिला मतदान प्रतिशत 53.53 प्रतिशत रहा था। यानि पुरुयों के मुकाबले यह 12.92 प्रतिशत कम था। अब इस स्थिति में काफी परिवर्तन आ गया है। वर्ष 2013 के चुनाव में पुरुषों का मतदान प्रतिशत 73.86 था तो महिलाओं का मतदान प्रतिशत 70.09 प्रतिशत था।

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