भारत का कच्चे इस्पात का उत्पादन अप्रैल-सितंबर में बढ़कर करीब 70 करोड़ टन हुआ: स्टीलमिंट

क्रेडो, आरबीजेड ज्वैलर्स को आईपीओ के लिए सेबी से मिली मंजूरी

नई दिल्ली
 क्रेडो ब्रांड्स मार्केटिंग लिमिटेड और अहमदाबाद स्थित आभूषण कंपनी आरबीजेड ज्वैलर्स लिमिटेड को पूंजी बाजार नियामक सेबी से आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के जरिए धन जुटाने की मंजूरी मिल गई है। क्रेडो ब्रांड्स मार्केटिंग लिमिटेड के पास डेनिम ब्रांड मुफ़्ती का स्वामित्व है।

भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) की ओर से दी गई अद्यतन जानकारी के अनुसार आरबीजेड ज्वैलर्स तथा क्रेडो ब्रांड्स को क्रमश 28 सितंबर और छह अक्टूबर सेबी से अवलोकन पत्र मिले। दोनों ने जून और जुलाई में सेबी के समक्ष इस संबंध में दस्तावेज दाखिल किए थे। सेबी की भाषा में उसके अवलोकन कातात्पर्य आरंभिक शेयर बिक्री शुरू करने के लिए उसकी मंजूरी से है।

बानी वर्मा ने बीएचईएल निदेशक का पदभार संभाला

नई दिल्ली
 सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी बीएचईएल ने बानी वर्मा को कंपनी का निदेशक (औद्योगिक प्रणाली एवं उत्पाद) नियुक्त करने की  घोषणा की। इससे पहले वर्मा बीएचईएल के परिवहन व्यवसाय के साथ-साथ बेंगलुरु में कंपनी की इलेक्ट्रॉनिक्स डिवीजन विनिर्माण इकाई का नेतृत्व कर रहीं थी।

भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (बीएचईएल) की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, ‘‘बीएचईएल बोर्ड में निदेशक के रूप में अपनी नियुक्ति के बाद बानी वर्मा (55) ने सार्वजनिक क्षेत्र के इंजीनियरिंग तथा विनिर्माण उद्यम के निदेशक (औद्योगिक सिस्टम और उत्पाद) के रूप में कार्यभार संभाला।'' दिल्ली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में स्नातक वर्मा ने 1990 में एक प्रशिक्षु के तौर पर बीएचईएल के साथ अपने करियर की शुरुआत की थी।

एलएंडटी की जल व अपशिष्ट उपचार इकाई को मिले कई बड़े ठेके

नई दिल्ली
 इंजीनियरिंग एवं निर्माण समूह लार्सन एंड टुब्रो (एलएंडटी) की जल व अपशिष्ट उपचार इकाई को कई बड़े ठेके मिले हैं। कंपनी ने इन ठेकों के मूल्य की जानकारी नहीं दी। हालांकि कहा कि ठेके ''महत्वपूर्ण'' श्रेणी में आते हैं।

अनुबंधों के वर्गीकरण के अनुसार इनके 1,000 करोड़ रुपये से 2,500 करोड़ रुपये के बीच होने का अनुमान है। कंपनी की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, उसकी जल व अपशिष्ट उपचार इकाई को '' राजस्थान के जन स्वास्थ्य इंजीनियरिंग विभाग से एक इंजीनियरिंग, खरीद और निर्माण का ठेका मिला है। इसके तहत जल जीवन मिशन (पैकेज-I) के तहत चंबल नदी से चित्तौड़गढ़ जिले के 648 गांवों के लिए जल आपूर्ति परियोजना का निर्माण किया जाएगा।''

भारत का कच्चे इस्पात का उत्पादन अप्रैल-सितंबर में बढ़कर करीब 70 करोड़ टन हुआ: स्टीलमिंट

नई दिल्ली
 भारत का कच्चे इस्पात का उत्पादन वित्त वर्ष 2023-24 की अप्रैल-सितंबर अवधि में 14.7 प्रतिशत बढ़कर 6.965 करोड़ टन (एमटी) हो गया। स्टीलमिंट इंडिया ने यह जानकारी दी। पिछले साल समान अवधि में इस्पात उत्पादन 6.106 करोड़ टन था।

बाजार अनुसंधान कंपनी ने बताया कि मुख्य रूप से प्रमुख भारतीय इस्पात कंपनियों के क्षमताओं में वृद्धि के साथ-साथ क्षमता का बेहतर इस्तेमाल करने से उत्पादन में वृद्धि हुई। स्टीलमिंट के अनुसार, ये कारक चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में भी उत्पादन में वृद्धि का समर्थन करते रहेंगे। तैयार स्टील की घरेलू खपत भी एक साल पहले की समान अवधि में 5.575 करोड़ टन से 14.77 प्रतिशत बढ़कर 6.399 करोड़ टन हो गई।

इस दौरान, देश का निर्यात अप्रैल-सितंबर 2022-23 में 36 लाख टन से 10.25 प्रतिशत घटकर 32.3 लाख टन हो गया। सालाना आधार पर निर्यात 25.6 लाख टन से 13.33 प्रतिशत बढ़कर 29 लाख टन हो गया। शीर्ष छह कपंनियों टाटा स्टील, जेएसडब्ल्यू स्टील, जिंदल स्टील एंड पावर (जेएसपी), एएमएनएस इंडिया, सेल और आरआईएनएल का सामूहिक उत्पादन 4.124 करोड़ टन रहा, जबकि एक साल पहले की अवधि में यह 3.83 करोड़ टन था।

 

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