फिर बेनकाब हुआ पाकिस्तान, भारत भेज रहा था 12000 करोड़ की ड्रग्स; केरल तट पर नौसेना ने धर धबोचा
नई दिल्ली
पाकिस्तान अपने नापाक मंसूबों से बाज नहीं आता है। भारत को अस्थिर करने की हर कोशिश करता रहता है। सीधी लड़ाई में पस्त होने के बाद वह घुसपैठ और तस्करी का रास्ता अपनाता है। हालांकि, भारत की चुस्त सेना उसके मंसूबों पर पानी फेर देती है। जी हां, केरल के तट पर नारकोटिक्स नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) और नौसेना ने एक संयुक्त अभियान चलाकर 12000 करोड़ रुपये कीमत की 2500 किलोग्राम मेथामफेटामाइन जब्त करने में सफलता हासिल की है। इस मामले में एक पाकिस्तानी नागरिक को भी गिरफ्तार किया गया है। मादक पदार्थ निरोधक एजेंसी की ओर से शनिवार को यह कहा गया। एनसीबी ने कहा कि देश में मेथामफेटामाइन जब्त करने की यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है।
एनसीबी ने जानकारी दी कि इस मामले में एक पाकिस्तानी नागरिक को भी गिरफ्तार किया गया है। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में एनसीबी अधिकारियों ने बताया कि ऑपरेशन समुद्रगुप्त के तहत यह कार्रवाई की गई, जिसका लक्ष्य अफगानिस्तान से तस्करी द्वारा लाए जा रहे मादक पदार्थों को जब्त करना था। एजेंसी ने कहा कि पिछले डेढ वर्षों में समुद्र की एनसीबी द्वारा मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ तीसरा बड़ा अभियान है।
एजेंसी ने दावा किया कि मादक पदार्थों की ताजा खेप अफगानिस्तान से भारत, श्रीलंका और मालदीव के लिए भेजी जानी थी। एजेंसी ने जानकारी दी कि मादक पदार्थों की खेप मदर शिप से पकड़ी गई, जिसे मकरान तट से पाकिस्तान और ईरान होते हुए कई नावों में मादक पदार्थों को बांटना था।
एनसीबी ने कहा कि मट्टनचेरी व्हार्फ बंदरगाह ले जाए जा रहे मेथामफेटामाइन के संदिग्ध 134 बोरे, पाकिस्तानी नागरिक, इस्तेमाल की गई नाव और अन्य सामान जब्त किए गए हैं, जिन्हें नौसेना के हवाले कर दिया गया।