भाजपा और कांग्रेस दोनों के वरिष्ठ नेताओं ने बगावत से निपटने के लिए किया व्यापक विमर्श

भोपाल

भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों में उम्मीदवार के ऐलान होने के बाद हो रहे विरोध को लेकर दोनो ही दल सख्त होने जा रहे हैं। विरोध करने वालों तक यह संदेश पहुंचना शुरू हो गए हैं कि पार्टी को डैमेज किया तो टिकट बदलने पर विचार नहीं किया जाएगा। इसके साथ ही विरोध करने वालों को पार्टी से बाहर का रास्ता भी दिखाया जाने को लेकर पार्टी रणनीति बना रही है। खबर है कि भाजपा और कांग्रेस दोनों के वरिष्ठ नेताओं ने बगावत से निपटने के लिए व्यापक विमर्श किया है।

भाजपा और कांग्रेस में पचास से ज्यादा सीटों पर उम्मीदवारों के हो रहे विरोध को देखते हुए यह माना जा रहा था कि दोनों ही दलों की ओर से कुछ उम्मीदवारों को बदला जा सकता है, लेकिन अब यह साफ हो गया है कि उम्मीदवार नहीं बदले जाएंगे। नाराज नेताओं को मनाने का प्रयास किया जाएगा, यदि वे नहीं माने और पार्टी उम्मीदवार को नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया तो उनकी पार्टी से सदस्यता भी छीन ली जाएगी। साथ ही इसकी रिपोर्ट दोनों ही दल दिल्ली तक भेजेंगे, ताकि भविष्य में भी इन नेताओं को पार्टी में स्थान नहीं मिल सके।

भाजपा ने भी बनाई योजना
भाजपा में भी रविवार की दोपहर को प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव, अश्विनी वैष्णव ने बैठक की थी। इस बैठक में भी यह तय हुआ कि नाराज नेताओं को मनाने का काम किया जाएगा। उनसे बातचीत की जाएगी। इसके बाद भी यदि उन्होंने बात नहीं मानी तो पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा। उम्मीदवार अपने-अपने क्षेत्र में पार्टी के नाराज नेताओं के पास जाएं और उन्हें मनाने का काम करें। पार्टी के बड़े नेता भी उनसे बातचीत कर मनाएंगे।

नाथ-सुरजेवाला ने बनाई रणनीति
सूत्रों की मानी जाए तो रविवार की रात को कमलनाथ के बंगले पर पीसीसी चीफ कमलनाथ और प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला के बीच लंबी बैठक हुई। बैठक में यह तय हो गया है कि अब टिकट नहीं बदले जाएंगे। नाराज लोगों को मनाने का काम कमलनाथ और दिग्जिय सिंह करेंगे। हालांकि इस बैठक में दिग्विजय  शामिल नहीं थे। कमलनाथ सोमवार से नाराज लोगों से मिलेंगे और उन्हें  कोई आश्वासन देकर समझाने का प्रयास करेंगे।

इन सीटों पर हो रहा हंगामा
भाजपा उम्मीदवार को लेकर जबलपुर उत्तर, भोपाल दक्षिण-पश्चिम, त्यौथर, उज्जैन उत्तर, बुरहानपुर, अलीरापुर, जोबट, काला पीपल, ग्वालियर पूर्व, ग्वलियर ग्रामीण, रैगांव, वारासिवनी, भिंड, महू, मनावर, महेश्वर सहित कुछ अन्य सीटों पर विरोध हो रहा है। वहीं कांग्रेस की दतिया, ग्वालियर, पिछोर, शिवपुरी, नागौद, सिरमौर, सेमरिया, गोटेगांव, भोपाल उत्तर, कुरवाई,बदनावर, महू, सेबढ़ा, खरगापुर, गुन्नौर, बुधनी, उज्जैन उत्तर सीटों पर उम्मीदवारों का विरोध हो रहा है।

दिग्विजय सिंह कराएंगे बागियों की नाथ से मुलाकात
दिग्विजय सिंह डैमेज कंट्रोल में जुट गए हैं। पार्टी उम्मीदवारों का विरोध करने वाले कुछ नेताओं को उन्होंने सोमवार को भोपाल बुलाया है। पहले वे उनसे चर्चा करेंगे, इसके बाद उनकी कमलनाथ से चर्चा करवाएंगे। सूत्रों की मानी जाए तो इसमें शुजालपुर, बैरसिया सहित कई क्षेत्रों के नाराज कार्यकर्ताओं को बुलाया है। उनसे चर्चा होगी, इसके बाद आगे का निर्णय होगा।

इधर, मुखर हुए पूर्व मंत्री कैलाश चावला
इधर नीमच जिले की मनासा सीट पर भी पूर्व मंत्री कैलाश चावला के तेवर भाजपा के लिए तीखे हो गए हैं। भाजपा ने यहां से अनिरुद्ध मारु को उम्मीदवार बनाया है। उन्होंने भी निर्दलीय चुनाव लड़ने की धमकी पार्टी को दी है।

 

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