प्रदेश में GPS से लैंस वाहनों से आज पोलिंग पार्टियां और EVM हुई रवाना

इंदौर /भोपाल

मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार बुधवार शाम 6 बजे थम गया। गुरुवार को मतदान दल 64,523 पोलिंग बूथों के लिए रवाना हो रहे हैं। मतदान दलों के वाहनों को ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (GPS) से कनेक्ट किया गया है। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय हर जिले की पोलिंग पार्टियों के मूवमेंट पर नजर रखेगा। शुक्रवार सुबह 7 बजे से वोटिंग शुरू होगी।

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय में टीम तैनात की गई है, जिला निर्वाचन अधिकारी अक्षय कुमार सिंह ने बताया कि जिले की छह विधानसभा सीटों के लिए 16 लाख 24 हजार 567 वोटर हैं, सबसे अधिक वोटर ग्वालियर पूर्व में 3,30,293 हैं। सबसे कम डबरा में 241767 वोटर हैं। इसी तरह ग्वालियर ग्रामीण 2,51788, ग्वालियर 2,99,765, ग्वालियर दक्षिण में 2,58,312 और भितरवार क्षेत्र में 2,42,642 वोटर अपने मताधिकार का उपयोग कर सकेंगे।

कलेक्टर और जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि जिले में कुल 1114 मतदान बूथ बनाये गए हैं। इनमें से 276 क्रिटिकल पोलिंग स्टेशन बनाये गए। जिला निर्वाचन अधिकारी अक्षय कुमार सिंह एमएलबी कॉलेज स्थिति स्ट्रांग रूम पहुंचे। यही से ईवीएम और अन्य सामग्री लेकर मतदान दल रवाना होंगे। अफसरों ने वितरण व्यवस्था का मॉक पोल किया और सारी व्यवस्थाओं को बारीकी से जांचा। यहीं पर 17 नवम्बर को मतदान के बाद ईवीएम पोल के बाद वापस लौटेगी और स्ट्रांग रूम में रखी जायेगी। तीन दिसंबर को इसी परिसर में मतगणना होगी।

अब शुक्रवार को सभी 230 विधानसभा सीटों पर एक चरण में मतदान होगा। चुनाव आयोग ने 64523 मतदान केंद्रों पर मतदान की तैयारी पूरी कर ली है। यहां पर जीपीएस से लैस वाहनों से पोलिंग पार्टियों और ईवीएम को भेजा जाएगा। इन वाहनों की भोपाल के सेंटर से निगरानी रखी जाएगी। वाहनों का रूट तय है। इस रूट से भटकने या कोई गड़बड़ी होने पर तुरंत सेंट पर मैसेज पहुंचेगा। वाहनों की निगरानी जिला, स्टेट से लेकर सेंटर तक से की जाएगी। आयोग ने पूरी प्रक्रिया की पारदर्शीता और निगरानी के लिए पीठासीन, सेक्टर और रिटर्निंग अधिकारियों को एप डाउनलोड कराया है। इस एप में मतदान दल के सामग्री लेने से पोलिंग बूथ पर पहुंचने और मतदान प्रक्रिया पूरी कराने के बाद उसको जमा करने तक की एक-एक जानकारी एप में भरनी होगी। वहीं, मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया संवेदनशील पोलिंग बूथ पर सुरक्षा व्यवस्था के खास इंतजाम किए गए है। प्रदेश में करीब 17 हजार संवेदनशील पोलिंग बूथ है। चुनाव आयोग आधे पोलिंग बूथ की वेबकास्टिंग के जरिए निगरानी करेगा।
 

चुनाव संबंधी शिकायत के लिए संभागवार दल गठित
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने चुनाव संबंधी किसी भी शिकायत या समस्या के निराकरण के लिए संभागवार टीम गठित कर दी है। इसमें संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी पदाधिकारी मनोज खत्री को नर्मदापुरम एवं जबलपुर संभाग, संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राकेश सिंह को इंदौर एवं उज्जैन संभाग, संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी बंसत कुर्रे को ग्वालियर, भोपाल एवं चंबल संभाग, संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रूचिका चौहान को सागर, शहडोल एवं रीवा संभाग की जिम्मेदारी दी गई है। इन अधिकारियों के अधीनस्त भी अधिकारी और कर्मचारी तैनात किए गए है। निर्वाचन के दौरान आने वाली किसी भी प्रकार की समस्या या शिकायत के लिए दो दिन संपर्क किया जा सकता है।   

 

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