कनाडा में इंदिरा की हत्या का जश्न, उच्चायुक्त ने दी तीखी प्रतिक्रिया
कनाडा
कनाडा में खालिस्तान समर्थक परेड में निकाली गई एक झांकी को लेकर विवाद शुरू हो गया है. झांकी में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या को दिखाया गया है. इसे लेकर विवाद बढ़ता देख भारत में कनाडा के उच्चायुक्त कैमरन मैके ने कहा कि नफरत या हिंसा के महिमामंडन के लिए कनाडा में कोई जगह नहीं है.
उच्चायुक्त ने ट्विटर पर इसकी निंदा करते हुए लिखा, 'मैं कनाडा में एक कार्यक्रम को लेकर आ रही रिपोर्टों से स्तब्ध हूं, जिसमें भारत की दिवंगत प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या को दिखाया गया. नफरत या हिंसा के महिमामंडन के लिए कनाडा में कोई जगह नहीं है. मैं स्पष्ट रूप से इस तरह की गतिविधियों की निंदा करता हूं.'
इंदिरा गांधी की हत्या की झांकी को दिखाती परेड पांच किलोमीटर लंबी थी, जो कनाडा के ब्रैम्पटन में खालिस्तान समर्थकों की तरफ से निकाली गई थी. इस झांकी का एक वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल है और जिसके बाद से लोग इसकी निंदा कर रहे हैं.
उच्चायुक्त कैमरून मैके ने कहा कि कनाडा में इस तरह की हिंसा को बढ़ा चढ़ाकर दिखाने और नफरत के लिए कोई जगह नहीं है। उन्होंने ट्वीट किया, 'मैं कनाडा में आयोजित एक कार्यक्रम की खबरों से डर गया हूं, जहां दिवंगत इंदिरा गांधी की हत्या का जश्न मनाया गया। कनाडा में नफरत या हिंसा को बढ़ा चढ़ाकर दिखाने की कोई जगह नहीं है। मैं इन गतिविधियों की निंदा करता हूं।'
क्या था मामला
दरअसल, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर एक वीडियो साझा किया गया था, जहां एक झांखी में दिखाया गया था कि इंदिरा गांधी खून से सनी सफेद साड़ी में और एक पगड़ी पहना शख्स उनपर बंदूक ताने हुए हैं। झांकी में नजर आ रहा है कि पूर्व भारतीय पीएम हाथ ऊपर कर खड़ी हैं। इतना ही नहीं तस्वीर के पीछे पोस्टर पर 'रिवेंज' यानी बदला लिखा है।
कहा जा रहा है कि यह वीडियो ब्रैम्पटन में आयोजित 5 किमी लंबी परेड का है। यह परेड 4 जून को निकाली गई थी। 31 अक्टूबर 1984 में इंदिरा गांधी की नई दिल्ली स्थित उनके आवास पर सिख अंगरक्षकों बेअंत सिंह और सतवंत सिंह ने हत्या कर दी थी। इसके तार 1984 में ही हुए ऑपरेशन ब्लू स्टार से भी जोड़े जा रहे थे।