इंदौर में 50 हजार सीसीटीवी कैमरे 13 हजार स्थानों पर लगेंगे
इंदौर
स्वच्छता में नंबर वन इंदौर अब सुरक्षा में भी नंबर वन बनेगा। शहर में 13 हजार स्थानों पर 50 हजार से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। ये कैमरे 15 हजार स्क्वेयर फीट से अधिक के कर्मर्शियल भवनों और गेट वाली कालोनियों पर लगेंगे। शासन से अनुमति मिलने के बाद जिला प्रशासन ने प्रक्रिया शुरू कर दी है। इंदौर पहला ऐसा शहर होगा, जहां पर जनता के सहयोग से इतने बढ़े पैमाने पर सीसीटीवी कैमरे लगाने का काम होगा।
कलेक्टर कार्यालय में शुक्रवार को सीसीटीवी कम्युनिटी पालिसी को लेकर कलेक्टर आशीष सिंह की अध्यक्षता में बैठक हुई। इसमें सुरक्षा की दृष्टि से शहर में 50 हजार से अधिक स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने को लेकर चर्चा हुई। इससे विभिन्न क्षेत्रों पर पैनी नजर रखी जा सकेगी। अलग-अलग स्थानों पर लगे कैमरों को एक साथ कनेक्ट किया जाएगा। इसके लिए इंटरनेट प्रोवाइडरों से कैमरों का एक्सिस लिया जाएगा। इसकी मदद से कंट्रोल रूम में बैठे हुए लाइव नजर रखी जा सकेगी। चोरी, लूट, अपहरण, डकैती जैसी घटनाओं पर विराम लगाया जा सकेगा, वहीं अपराधी को कैमरों की सहायता से नाकाबंदी कर पकड़ा जा सकेगा।
सालों पहले बनी थी योजना
करीब पांच साल पहले स्मार्ट सिटी योजना के तहत एकीकृत निगरानी योजना बनी थी। इसका प्रस्ताव शासन को भेजा गया था। इसमें शहर में 50 हजार सीसीटीवी कैमरे लगाने की प्लानिंग बनाई गई थी। इस प्रस्ताव को बाद में आगे नहीं बढ़ाया जा सका। अब एक बार फिर से इस योजना को शासन की अनुमति मिलने के बाद आगे बढ़ाया जा रहा है। नगर निगम के माध्यम से सीसीटीवी कैमरे लगाने का काम शुरू होगा।