पश्चिम बंगाल के राज्यपाल ने विश्वविद्यालय परिसरों में रैगिंग की रोकथाम की प्रौद्योगिकी पर इसरो से संपर्क किया

कोलकाता
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी. वी. आनंद बोस ने कॉलेज और विश्वद्यालय परिसरों में रैगिंग के खतरे से निपटने के वास्ते एक उचित प्रौद्योगिकीय समाधान निकालने के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) से संपर्क किया।

राजभवन की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गई।

इस माह यादवपुर विश्वविद्यालय के एक छात्रावास में कथित तौर पर रैगिंग और यौन उत्पीड़न के बाद स्नातक के प्रथम वर्ष के एक छात्र की मौत हो गई थी। इससे पश्चिम बंगाल में आक्रोश फैल गया।

राजभवन की जारी विज्ञप्ति में कहा गया, ''पश्चिम बंगाल के राज्यपाल और विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति सी. वी. आनंद बोस ने विश्वविद्यालय परिसरों में रैगिंग के खतरे को प्रभावी ढंग से नियंत्रित करने और इन्हें खत्म करने के उद्देश्य से उचित प्रौद्योगिकी की पहचान के लिए इसरो के अध्यक्ष से संपर्क किया है।''

बोस ने इस मुद्दे पर हैदराबाद स्थित एक कंपनी के साथ भी चर्चा की है।

राज्यपाल ने विज्ञप्ति में कहा, ''वे वीडियो विश्लेषण, स्वचालित लक्ष्य पहचान से छवि मिलान और रिमोट सेंसिंग जैसे कई स्रोतों का उपयोग कर एक उपयुक्त प्रौद्योगिकीय समाधान विकसित करने का प्रयास कर रहे हैं।''

यादवपुर विश्वविद्यालय में स्नातक के एक छात्र की मौत के मामले में वर्तमान और पूर्व के कुल 13 छात्रों को गिरफ्तार किया गया है।

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button