हिंदू नववर्ष की पहली अमावस्या पर इन गलतीयों से बचे, धनवान भी हो जाता….

20 अप्रैल 2023 को हिंदू नववर्ष की पहली अमावस्या है. इसे वैशाख अमावस्या कहते हैं. इस दिन कुछ खास काम करने से सोया भाग्य जाग जाता है, जानते हैं वैशाख अमावस्या के नियम

अमावस्या तिथि पितरों को समर्पित है. इस दिन को पूवर्जों की याद, धर्म-कर्म के लिए काम के लिए जाना जाता है. ऐसे में वैशाख अमावस्या पर शारीरिक संबंध न बनाएं. कहते हैं इस तिथि पर मांगलिक कार्य, शुभ कामों के लिए खरीदारी और नए काम की शुरुआत नहीं करनी चाहिए. इससे कार्य सफल नहीं होते.

वैशाख की अमावस्या पर शनि जयंती भी है. ऐसे गलती से भी किसी असहाय व्यक्ति को अपने हित के लिए परेशान न करें. ऐसा करने पर शनि देव नाराज हो जाते हैं और जीवन कष्टों से घिर जाता है

वैशाख अमावस्या को सत्तुवाई अमावस्या भी कहते हैं इस दिन सत्तू का दान और सेवन करने से सौभाग्य में वृद्धि होती है. सेहत के लिए भी यह बहुत गुणकारी माना गया है. इस दिन उड़द या इससे बनी कोई भी चीज न खाएं, ऐसा करने पर शनि की पूजा निष्फल हो जाती है.

वैशाख अमावस्या पर सूर्य ग्रहण भी लग रहा है, हालांकि इसका असर भारत में नहीं होगा लेकिन फिर भी ग्रहण की अवधि में पीपल और तुलसी की पूजा न करें. इससे दोष लगता है. ग्रहण के बाद शाम को पीपल में दीपक लगाकर शनि चालीसा का पाठ करें. इससे शनि की महादशा में कमी आती है.

वैशाख अमावस्या पर स्नान के जल में तिल डालकर स्नान करने से शनि के दोषों से मुक्ति मिलती है. अमावस्या पर गलती से भी मदिरा पान, मांसाहर भोजन नहीं करना चाहिए. पुराणों में बताया गया है कि इस दिन इन कार्यों में लिप्त रहने वाला भविष्य में पाई-पाई का मोहताज हो जाता है. धनवान भी कंगाली की कगार पर आ जाता है.

 

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