चार धाम यात्रा : बदरीनाथ-केदारनाथ रूट पर सफर नहीं आसान

नई दिल्ली
उत्तराखंड चार धाम यात्रा शुरू होने के साथ ही दिल्ली-एनसीआर, यूपी, एमपी, राजस्थान सहित देश के कई राज्यों से तीर्थ यात्री दर्शन करने को पहुंच रहे हैं। लेकिन, चिंता की बात है बदरीनाथ, यमुनोत्री, केदारनाथ सहित चारों धाम रूट पर खराब सड़कें तीर्थ यात्रियों की परीक्षा ले रही है। मानूसन में बरसात के बाद खराब सड़कें और मलबे के ढेर की वजह से चार धाम यात्रा रूट पर सफर कठिन हो गया है। ऐसे में तीर्थ यात्रियों से अपील की जाती है कि चार धाम यात्रा रूट पर सफर करते वक्त वे सतर्क रहें।  ऋषिकेश-बदरीनाथ ऑल वेदर हाईवे पर वाहन चलना मुश्किल हो गया है।

बरसात के दौरान जगह-जगह गिरे मलबे के ढेर और कई जगह हाईवे के क्षतिग्रस्त हिस्से वाहन चालकों की दिक्कतें बढ़ा रहे हैं। अभी तक हाईवे से न तो मलबे के ढेर साफ हुए हैं और न ही हाईवे के धंसे हिस्सों की मरम्मत हो पाई है। विभिन्न स्थानों पर हाईवे संकरा हो गया है। इससे जाम लग रहा है और मंजिल तक पहुंचने में दोगुना समय लग रहा है। अक्तूबरमें चारधाम यात्रियों की संख्या में इजाफा होने से वाहनों का दबाव बढ़ गया है। यात्रियों को दिनभर जाम झेलना पड़ रहा है। ऋषिकेश-देवप्रयाग के बीच आठ स्थानों देवप्रयाग, तीनधारा, सौणपानी, गूलर, कौडियाला, व्यासी, शिवपुरी, ब्रह्मपुरी में भारी मलबा हाईवे पर होने से वाहन निकालना काफी जोखिमभरा बन गया है।

जबकि गूलर पुलिस चौकी के पास पुल का एक हिस्सा टूटने से यहां दुर्घटना की आशंका रहती है। यहां वाहन निकालने में लंबा जाम लग रहा है। ऋषिकेश-देवप्रयाग के बीच चार ऐसे स्थान है, जहां हाईवे का बड़ा हिस्सा धंस चुका है। यातायात सहकारी संघ के अध्यक्ष मनोज ध्यानी का कहना है कि बदरीनाथ हाईवे की हालत बहुत खराब है। हाईवे में कई स्थानों पर भारी मलबा गिरा है। जबकि कई स्थान ऐसे है जहां हाईवे का एक हिस्सा धंसने से मार्ग संकरा हो गया है। इससे लंबा जाम लग रहा है। ऋषिकेश से देवप्रयाग के बीच 70 किलोमीटर की दूरी तय करने में पहले डेढ़ से दो घंटे का समय लगता था। लेकिन अब दोगुना समय लग रहा है। इससे यात्री परेशान हैं।

बदरीनाथ हाईवे पर भारी मलबा हटाने का कार्य पांच अक्तूबर से शुरू हो जायेगा। भारी मशीनें मंगा ली गई है। क्षतिग्रस्त हाईवे का कार्य शुरू हो गया है। जिन स्थानों पर कम मलबा गिरा है, उसे हटाया जा रहा है। 15 अक्तूबर तक हर हाल में हाईवे को दुरुस्त कर दिया जाएगा।
तनुज कांबोज, ईई राष्ट्रीय राजमार्ग, श्रीनगर

बदरीनाथ हाईवे से मलबा हटाने के निर्देश एनएच अधिकारियों को दिये गये हैं। एनएच ने निर्माण एजेंसी को एक सप्ताह के अंदर मलबा हटाने का कार्य शुरू करने को कहा है। तीन अक्तूबर को मीटिंग भी है। इसके बाद मलबा हटाने का कार्य शुरू हो जायेगा।
सतपाल महाराज, लोनिवि मंत्री, उत्तराखंड

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button