108 फीट ऊंची शंकराचार्य की प्रतिमा का निर्माण पूरा, 15 सितंबर को होगा अनावरण
खंडवा
खंडवा में स्टेच्यू ऑफ़ वननेस प्रोजेक्ट का निर्माण अपने अंतिम चरणों में है। तीर्थनगरी ओंकारेश्वर के मांधाता पर्वत पर बनाई जा रही आदि गुरु शंकराचार्य की मूर्ति के काम को इंजीनियर अंतिम रूप देने में जुटे हुए हैं। वहीं, अनावरण के लिए मूर्ति के सामने के हिस्से में दो यज्ञशाला भी बन रही हैं। इसके अलावा चार लेयरों में मंच भी तैयार हो रहा है, जिस पर सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। संत समागम के लिए भी सिद्धवरकूट पर टेंट लगाने का काम शुरू हो गया है। मूर्ति के दोनों ओर 250-250 संत विराजमान होंगे। यहां 15 सितंबर से ही पूजा अर्चना शुरू हो जाएगी, तो वहीं 17 सितंबर से यज्ञ और अनुष्ठान का कार्यक्रम शुरू होगा। इधर खरगोन में जन आशीर्वाद यात्रा में शामिल होने आए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने भी हेलीकॉप्टर से प्रतिमा के निर्माण स्थल का दौरा किया।
स्टैचू ऑफ वननेस के नाम से मांधाता पर्वत पर चल रहे इस प्रोजेक्ट के अनावरण की तारीख लगभग तय हो चुकी है, और जिला प्रशासन के अनुसार 18 तारीख के आसपास प्रतिमा के अनावरण का कार्यक्रम रखा जाएगा। कार्यक्रम को भव्य बनाते हुए देश भर से बुलवाए जा रहे साधु संतों को जुटा कर कई धार्मिक अनुष्ठान और हवन पूजन किए जाएंगे। प्रतिमा अनावरण से पहले शहर में भी विशेष साफ सफाई की व्यवस्था सहित सड़कों के निर्माण और रोड के साइड में पेवर ब्लॉक लगाने का काम भी बड़े स्तर पर किया जा रहा है। तो वहीं बेतरतीब पार्किंग व्यवस्था को ठीक करते हुए वाहनों की आवाजाही की व्यवस्था को भी दुरुस्त किया जा रहा है। दुकानों के बाहर बेतरतीब रखे सामानों को सलीके से रखवाने के साथ ही हर वह काम किया जा रहा है, जिससे शहर स्वच्छ और सुंदर दिखे। जिला प्रशासन ने भी आम लोगों से बार-बार अपील की है कि शहर को सुंदर और स्वच्छ बनाने में सभी सहयोग करें, तो वहीं ऐसा ना करने वालों पर कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी भी दी गई है।
मुख्यमंत्री ने हवाई दौरे से लिया जायजा
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी जन आशीर्वाद यात्रा में शामिल होने खरगोन पहुंचे थे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने प्रतिमा स्थल का हवाई दौरा किया। मुख्यमंत्री ने ओंकारेश्वर में आकार ले रहे इस एकात्म धाम को देखा और प्रतिमा को नमन किया। बता दें कि मुख्यमंत्री सनावद, बड़वाह में जन आशीर्वाद यात्रा में शामिल होने शनिवार को आए थे, जिसके बाद वे ओंकारेश्वर में एकात्म धाम अनावरण कार्यक्रम की चल रही तैयारियों का हवाई जायजा लेने पहुंचे थे।
दक्षिण मुखी रहेगी प्रतिमा
आदि गुरु शंकराचार्य की प्रतिमा का मुख दक्षिण दिशा में यानी ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग और नर्मदा की ओर रहेगा। प्रसिद्ध चित्रकार वासुदेव कामत ने 11 साल के शंकराचार्य का दुर्लभ चित्र तैयार किया है। वहीं पीएम मोदी के संभावित दौरे में प्रतिमा अनावरण के साथ ही 700 करोड़ की लागत से बने संग्रहालय, पार्किंग तथा सूचना केंद्र आदि निर्माण से संबंधित भूमिपूजन भी किए जाने की उम्मीद है।
इस तरह रहेगी ट्रैफिक और पार्किंग व्यवस्था
प्रतिमा अनावरण के कार्यक्रम के लिए की जा रही ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर कलेक्टर ने बताया कि पार्किंग भी तय जगहों पर ही हो और फुटपाथ पर ना हो। इसके लिए भी पार्किंग के ठेकेदारों से मिलकर व्यवस्था की जाएगी और जरूरत के हिसाब से बैरिकेड लगाए जाएंगे। शहर में पुराना बस स्टैंड से आगे किसी भी स्थिति में कोई भी वाहन को जाने नहीं दिया जाएगा। सिर्फ एंबुलेंस या फायर ब्रिगेड ही आपात स्थिति में आने जाने के लिए अलाउ रहेगी। इसके साथ ही पुराना बस स्टैंड और ऑटो स्टैंड पर जितनी क्षमता है उतनी ही गाड़ियां लगेंगी। उससे ज्यादा लगने नहीं दी जाएंगी। कलेक्टर ने अपील करते हुए प्रशासन की व्यवस्थाओं में सहयोग करने के साथ ही आम लोगों के सुझाव पर भी ध्यान देने की बात कही।
श्रद्धालुओं के लिए इस तरह रहेगी व्यवस्था
श्रद्धालुओं के लिए की जाने वाली व्यवस्था पर बोलते हुए कलेक्टर ने बताया कि अभी जिस तरह की व्यवस्था है, वही लागू रहेगी और श्रद्धालुओं की पार्किंग शहर के तय पार्किंग स्थान पर कराई जाएगी। जहां जगह न मिलने पर शहर से बाहर वाहनों को पार्क कराया जाएगा। इसके साथ ही कार्यक्रम के बारे में बताते हुए कलेक्टर ने बताया कि मुख्य सांस्कृतिक कार्यक्रम एक दिन का ही रहेगा। लेकिन धार्मिक अनुष्ठान लगभग तीन दिन तक किए जाएंगे। हालांकि इस दौरान प्रधानमंत्री के संभावित दौरे की बात पर फिलहाल कलेक्टर ने कुछ भी आधिकारिक जानकारी नहीं होने की बात कही।