संस्कारों का सृजन भारतीय शिक्षा पद्धति की पुरातन पहचान : राज्य मंत्री परमार

सात दिवसीय "संस्कार सृजन समर कैंप" का समापन

भोपाल

बच्चे वह नही सीखते, जो हम कहते हैं बल्कि वह सीखते हैं जो हम उनके सामने करते हैं। संस्कारों का सृजन भारतीय शिक्षा पद्धति की पुरानी पहचान है। हमारा देश विचार प्रधान देश है। अपने संस्कारों से श्रेष्ठ समाज का निर्माण करने की आवश्यकता है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 ने शिक्षा क्षेत्र में भारत की ज्ञान परंपरा एवं संस्कार पद्धति को शामिल करने के लिए दिशा दी है। हमारा देश अपने मूल्यों एवं जीवन दर्शन के आधार पर पुनः खड़ा होगा। विश्व भर के लोग हमारी शिक्षा पद्धति को समझेंगे, हमारे देश के दर्शन के पीछे चलेंगे। यह बात स्कूल शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार) एवं सामान्य प्रशासन राज्य मंत्री इन्दर सिंह परमार ने आज प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय (राजयोग भवन) भोपाल में आयोजित सात दिवसीय "संस्कार सृजन समर कैंप" के समापन अवसर में कही।

सात दिवसीय "संस्कार सृजन समर कैंप" में चित्रकला, नृत्य, गीत गायन आदि गतिविधियां हुईं। इन गतिविधियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागी बच्चों को राज्य मंत्री परमार ने प्रमाण पत्र एवं उपहार किट देकर पुरुस्कृत किया।

इस अवसर पर संस्थान की शैक्षिक विंग की राज्य समन्वयक ब्रम्हकुमारी किरण दीदी, सुखेंद्र, संस्थान के अन्य पदाधिकारीगण सहित बच्चे एवं अभिभावक उपस्थित रहे।

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