महाकाल के गर्भगृह में 4 जुलाई से 11 सितंबर तक प्रवेश बंद
उज्जैन .
महाकाल मंदिर के गर्भगृह में 4 जुलाई से 11 सितंबर तक यानी 70 दिन आम लोगों का प्रवेश निषेध रहेगा। महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति की बैठक में यह निर्णय लिया गया। हालांकि, स्थानीय लोगों को 11 जुलाई से आधार कार्ड दिखाकर अलग द्वार से मंदिर में प्रवेश मिल सकेगा।
श्रावण मास में कावड़ यात्रियों को जलाभिषेक के लिए मंगलवार से शुक्रवार तक प्रवेश की व्यवस्था गेट नं. 1 और 4 से की जाएगी। लड्डू प्रसाद का रेट भी 40 रुपए बढ़ा दिया गया है। महाकाल लोक के लिए कोई शुल्क नहीं लगाया गया है। श्रावण के दौरान मंदिर क्षेत्र में नो व्हीकल जोन नियम का पालन कराया जाएगा। कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम की अध्यक्षता में यह बैठक हुई।
प्रबंध समिति की अगुवाई में 18वें श्रावण महोत्सव का आयोजन 8 जुलाई से 9 सितंबर तक किया जाएगा। प्रशासक संदीप सोनी के अनुसार महोत्सव में 10 शनिवार को 30 प्रस्तुतियां दी जाएंगी। इनमें राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय कलाकारों के साथ स्थानीय प्रतिभाओं को भी मंच दिया जाएगा।
दर्शन व्यवस्था…
आम श्रद्धालु महाकाल लोक से, वीआईपी गेट क्रमांक 1 से प्रवेश करेंगे
सामान्य : सामान्य दर्शनार्थियों को महाकाल लोक में नए फैसेलिटी-2 के बाद पुराने फैसेलिटी से होते हुए नई टनल अथवा टनल की छत से कार्तिकेय मंडपम में प्रवेश दिया जा सकता है।
250 रुपए : शीघ्र दर्शन टिकट व्यवस्था में बड़े गणेश मंदिर के सामने 4 नंबर गेट से होकर विश्राम धाम से सभा मंडप होते हुए बैरिकेड्स से दर्शन के बाद निर्गम कराया जाएगा।
बिना पंजीयन के चलित भस्मआरती दर्शन कर सकेंगे
आम श्रद्धालु भस्मआरती में बिना पंजीयन भी दर्शन कर सकेंगे। 4 जुलाई से चलित भस्मआरती की व्यवस्था की गई है। श्रद्धालु कतार में लगकर भस्मआरती के दर्शन लाभ ले सकेंगे। उन्हें आरती के दौरान मंदिर में बैठने और रुकने की अनुमति नहीं रहेगी।
लड्डू प्रसाद अब 400 रुपए किलो
लड्डू प्रसाद के लिए भक्तों को 40 रुपए ज्यादा देने होंगे। प्रसाद की कीमत अभी 360 रुपए किलो है, जिसे बढ़ाकर 400 रुपए किलो किया गया है। कीमतें संभवत: श्रावण मास शुरू होने से पहले ही लागू हो जाएंगी।