अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फुल्टन काउंटी जेल में किया सरेंडर, बॉन्ड पर हुए रिहा
अमेरिका
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प चुनाव में धोखाधड़ी के मामले में फुल्टन काउंटी जेल में सरेंडर किया। इसके बाद उन्हें पुलिस ने हिरासत में ले लिया। हालांकि, कुछ देर बाद ट्रंप को बॉन्ड पर रिहा कर दिया गया। ट्रंप को इस महीने की शुरुआत में राज्य के एंटी-रैकेटियरिंग अधिनियम और अन्य अपराधों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया गया था।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जॉर्जिया चुनाव में धोखाधड़ी के मामले में सरेंडर करने फुल्टन जेल पूरे काफिले के साथ पहुंचे। द वाशिंगटन पोस्ट के अनुसार, डोनाल्ड ट्रंप और 18 अन्य लोगों के खिलाफ जॉर्जिया चुनाव में गड़बड़ी करने और चुनाव नतीजों को पलटने की कोशिश के आरोप में बीते हफ्ते ही आरोप तय किए गए थे। इससे पहले ट्रंप ने ट्वीट करके खुद भी बताया था कि वो सरेंडर करने जा रहे हैं। फुल्टन काउंटी के शेरिफ ऑफिस ने बताया है कि ट्रंप के सरेंडर को देखते हुए काउंटी जेल के आसपास लोगों की आवाजाही को रोक दिया गया था। जेल के आसपास सुरक्षा व्यवस्था भी काफी कड़ी की गई थी।
ट्रम्प पर 5 महीने में 4 क्रिमिनल केस दर्ज
कोर्ट ने ट्रंप को 25 अगस्त तक सरेंडर करने का समय दिया था। पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति पर 5 महीने में चार क्रिमिनल केस दर्ज हुए हैं। उनके साथ व्हाइट हाउस के पूर्व चीफ ऑफ स्टाफ और नेता रुडॉल्फ गिउलियानी के ऊपर भी केस दर्ज किया गया है। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, चार्जशीट में कहा गया है कि ट्रम्प और उनके साथियों ने जानबूझकर चुनाव के नतीजों को अपने पक्ष में करवाने की कोशिश की।
ट्रम्प पर जालसाजी, धोखाधड़ी के आरोप
बीबीसी के मुताबिक, सभी आरोपियों को एक आपराधिक संगठन बताया गया है और उन पर झूठे बयान देने, जालसाजी, गवाहों को प्रभावित करने, राज्य को धोखा देने की साजिश करने, चोरी और झूठी गवाही के चार्ज लगाए गए हैं। इनमें से सबसे गंभीर चार्ज राकेटियर और करप्शन ऑर्गेनाइजेशन एक्ट के उल्लंघन का है, जिसमें ट्रम्प को 20 साल जेल की सजा भी हो सकती है।