सरकार ने 46 लाख बेटियों के लिए खोले विकास के द्वार

  • सरकार से सीधे संपर्क का माध्यम बन रहा लाड़ली ई संवाद एप
  • प्रदेश में हर साल दो मई को मनाया जाएगा लाड़ली लक्ष्मी दिवस

भोपाल.
मध्यप्रदेश सरकार द्वारा महिला एवं बाल कल्याण की शुरू की गई विभिन्न योजनाओं से बहनों के जीवन में सुधार आ रहा है। मुख्यमंत्री लाड़ली लक्ष्मी और मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना महिलाओं और बहनों को आर्थिक रूप से स्वावलंब बना रही है। प्रदेश सरकार की मुख्यमंत्री लाड़ली लक्ष्मी योजना की सहायता से राज्य की 46 लाख बेटियां लखपति बन गई है। इसी तरह मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना का विस्तार बढ़ने से अब 23 से 60 वर्ष की महिलाओं को प्रतिमाह एक हजार रुपए की आर्थिक सहायता दी जा रही है, जिससे घर की जरूरतों को पूरा करने के लिए महिलाओं को अब किसी पर आश्रित होने की जरूरत नहीं है।

सीधे मिल रहा बहुआयामी योजनाओं का लाभ
प्रदेश सरकार की महिला विकास के लिए शुरू की गई बहुआयामी योजनाओं का लाभ सीधे रूप से महिलाओं के जीवन पर पड़ रहा है। आर्थिक स्वावलंबता के साथ ही प्रदेश सरकार के महिला उद्यमिता के रास्ते भी आसान कर दिए है। जो बहने अपना खुद का कारोबार शुरू करना चाहती हैं उनके लिए आजीविका मिशन के अंतर्गत दो प्रतिशत की ब्याज दर पर बैंक से ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है।

सरकार की योजनाओं हो रहा संकट का समाधान
महिलाएं घर की धुरी होती हैं और प्रारंभिक स्तर आर्थिक विपन्नताएं महिलाएं के जीवन पर बड़ा असर डालती है, किसी भी बहन को घर के हालात की वजह से संकट न झेलना पड़ें, इसके लिए प्रदेश सरकार की दो अति महत्वकांक्षी योजनाएं महिलाओं को स्वालंब बनाने में सहायक साबित हो रही है। मुख्यमंत्री लाड़ली लक्ष्मी योजना से प्रदेश की 46 लाख बेटियां लखपति बन गई हैं।

लाड़ली ई-संवाद मोबाइल एप: हर समस्या का समाधान
इसके साथ ही 13 लाख बेटियों को छात्रवृत्ति मिल रही हैं, जिससे बेटियों की शिक्षा प्रभावित न हो। स्नातक पाठ्यक्रम में प्रवेश करने पर बहनों को 25 हजार रुपए की सहायता राशि दो किश्तों में दी जाएगी, जिससे बहनों की पढ़ाई पूरी हो। बहनों का मनोबल ऊंचा करने के लिए हर साल दो मई को लाड़ली लक्ष्मी दिवस मनाने की घोषणा की गई है। जिला स्तर पर लाड़ली लक्ष्मी पंचायतें आयोजित कर बहनों के साथ संवाद कायम किया जा रहा है, जिसके लिए लाड़ली ई-संवाद मोबाइल एप भी बनाया गया है।

अधिकाधिक को मिले लाभ सरकार ने बढाया योजना का दायरा
लाड़ली बहना योजना का दायरा बढ़ने के बाद अब ऐसी महिलाओं को भी प्रति माह एक हजार रुपए दिए जा रहे हैं जिन्हें पहले योजना का पात्र नहीं माना गया था। परिवार का कोई सदस्य यदि पंच या उपपंच का चुनाव जीत चुका है ऐसे परिवार की महिलाएं भी लाड़ली बहना योजना के लिए आवेदन कर सकती हैं। महिला कल्याण के लिए प्रतिबद्ध प्रदेश सरकार ने शराब के ठेकों पर भी सख्त पाबंदियां लगा दी हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button