हमीदिया की नई बिल्डिंग बनी भूल भूलैया, इमरजेंसी यूनिट को चार भागों में बांटा, मरीज हो रहे परेशान

भोपाल

हमीदिया अस्पताल की नई बिल्डिंग में अधिकांश डिपार्टमेंट शिफ्ट किए जा रहे हैं, अब यहां इमजरजेंसी यूनिट की शुरुआत हो चुकी है। मरीजों का कहना है कि नई बिल्डिंग भूल-भूलैया की तरह है, कौन सा डिपार्टमेंट कहां है, इसकी जानकारी नहीं होने से इलाज और जांच के लिए इधर-उधर भटकना पड़ रहा है।

हमीदिया अस्पताल में इमरजेंसी यूनिट को चार भागों में बांटा गया है। सबसे पहला ट्रायऐज जहां मरीज की जांच कर उसकी प्राथमिकता तय की जाती है कि इसे तीन जोन में से किस जोन में शिफ्ट करना है। गंभीरता के आधार पर मरीज जिस जोन में जाता है उस जोन की टीम वहां इलाज शुरू कर देती है। इलाज खत्म होने के बाद मरीज का पर्चा बनाया जाता है। मरीज की सारी जांचें बेड पर ही हो जाती हैं।

पुरानी इमरजेंसी आने पर मरीज को पर्चा बनवाना होता था। इसमें सबसे ज्यादा समय लगता था। पर्चा बनने के बाद मेडिकल आॅफिसर उसे जांच कर संबंधित विभाग में जाने को कहता था। ऐसे परिजन मरीज को लेकर यहां वहां भटकते रहते हैं। अगर मरीज को दो या तीन अलग-अलग विभागों के डॉक्टरों की जरूरत होती थी तो मरीजों को ज्यादा परेशानी होती थी। ब्लड सैंपल, एक्सरे, सोनोग्राफी के लिए भी मरीज को खुद जाना पड़ता था। सही इलाज शुरू होने में दो से तीन घंटे तक लग जाते थे।

जल्द ही लगाई जाएगी सीटी स्कैन मशीन
इमरजेंसी यूनिट के पास ही रेडियोडायग्नोसिस विभाग को भी शिफ्ट कर दिया गया। इसके साथ ही यूनिट में जल्द ही सीटी स्कैन मशीन भी लगाई जाएगी। इसके लिए जल्द ही टेंडर प्रक्रिया शुरू होगी। इस मशीन के लगने के बाद हमीदिया अस्पताल में दो सीटी स्कैन मशीन हो जाएंगी।

इमरजेंसी यूनिट की शुरुआत की गई है। हमारी कोशिश मरीजों को बेहतर सुविधा देना है। आने वाले समय में भी मरीजों को और भी सुविधाएं मिलेंगी।
डॉ. आशीष गोहिया, अधीक्षक, हमीदिया अस्पताल

 

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