PM मोदी की मौजूदगी में सऊदी अरब, UAE समेत ये 6 देश BRICS में हुए शामिल, द.अफ्रीका के राष्ट्रपति का ऐलान
जोहान्सबर्ग
ब्रिक्स देशों के समूह ने छह नए देशों को इसमें शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है। दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में तीन दिवसीय शिखर सम्मेलन में ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका ने मिलकर इस विषय पर विस्तार से चर्चा किया। ब्रिक्स देशों के सभी नेताओं ने आज इसके विस्तार की घोषणा की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सभी 6 देशों का स्वागत किया।
दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा ने कहा कि विस्तार के पहले चरण में अर्जेंटीना, मिस्र, इथियोपिया, ईरान, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात को ब्रिक्स में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है। नई सदस्यता 1 जनवरी, 2024 से प्रभावी होगी।
पीएम मोदी ने किया स्वागत
पीएम मोदी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, 'मैं इन देशों के नेताओं और वहां के नागरिकों को बहुत-बहुत बधाई देता हूं। हम साथ मिलकर ब्रिक्स को नई गति देंगे। भारत के इन देशों के साथ बहुत अच्छे संबंध रहे हैं। ब्रिक्स के जरिए हमारे संबंध और गहरे होंगे। ब्रिक्स का विस्तार इस बात का संकेत है कि विश्व के सभी संस्थाओं को वर्तमान समय के हिसाब से खुद को बदलना चाहिए।'
चंद्रयान पर मिली बधाई के लिए दिया धन्यवाद
इस दौरान उन्होंने चंद्रयान की सफलता का भी जिक्र किया। उन्होंने सभी देशों से मिल रही शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा चंद्रयान जहां लैंड हुआ है वह काफी कठिन क्षेत्र है। वैज्ञानिक समुदाय को जो बधाई संदेश मिले हैं उसके लिए धन्यवाद देता हूं।'' इससे पहले दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने कहा कि कल हमने चंद्रमा पर चंद्र मॉड्यूल उतारने पर भारत को बधाई दी।
रामाफोसा ने आगे कहा, ''इस शिखर सम्मेलन ने ब्रिक्स, लोगों के बीच आदान-प्रदान और मित्रता एवं सहयोग बढ़ाने के महत्व की पुष्टि की। हमने जोहान्सबर्ग की दो घोषणाओं को अपनाया, जो वैश्विक आर्थिक, वित्तीय और राजनीतिक महत्व के मामलों पर प्रमुख ब्रिक्स संदेशों को प्रतिबिंबित करती हैं। यह उन साझा मूल्यों और सामान्य हितों को प्रदर्शित करता है जो पांच ब्रिक्स देशों के रूप में हमारे पारस्परिक रूप से लाभप्रद सहयोग का आधार हैं।''
भारत ने BRICS की सदस्यता विस्तार का किया था समर्थन
इससे पहले पीएम मोदी ने गुरुवार को BRICS के पूर्ण सत्र को संबोधित किया था. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा, भारत BRICS के विस्तार का समर्थन करता है. पीएम मोदी ने इस दौरान स्पेस रिसर्च समेत कई क्षेत्रों में BRICS देशों के बीच सहयोग का दायरा और बढ़ाने के लिए 5 सुझाव भी दिए थे.
क्या है BRICS?
– अभी ब्रिक्स दुनिया की पांच सबसे तेज अर्थव्यवस्थाओं का ग्रुप है. ब्रिक्स का हर एक अक्षर एक देश का प्रतिनिधित्व करता है. ब्रिक्स में B से ब्राजील, R से रूस, I से इंडिया, C से चीन और S से साउथ अफ्रीका.
– 2006 में पहली बार ब्रिक देशों की बैठक हुई. उसी साल सितंबर में संयुक्त राष्ट्र महासभा के दौरान इन चारों देशों के विदेश मंत्रियों की मीटिंग हुई तो इस समूह को 'BRIC' नाम दिया गया. ब्रिक देशों की पहली शिखर स्तर की बैठक 2009 में रूस के येकाटेरिंगबर्ग में हुई थी. इसके बाद 2010 में ब्राजील के ब्रासिलिया में दूसरी शिखर बैठक हुई. उसी साल इसमें साउथ अफ्रीका भी शामिल हुआ, तब ये BRIC से BRICS बन गया.
– ब्रिक्स में जो पांच देश शामिल हैं, वो सभी दुनिया की सबसे तेजी से उभरती हुईं अर्थव्यवस्थाएं हैं. इनकी दुनिया की जीडीपी में 31.5% की हिस्सेदारी है. ब्रिक्स के सभी पांच देशों में दुनिया की 41 फीसदी से ज्यादा आबादी रहती है. वैश्विक कारोबार में भी इनका 16 फीसदी हिस्सा है.
– इस बार की ब्रिक्स समिट के दो एजेंडा हैं. पहला- ब्रिक्स का विस्तार. दूसरा- ब्रिक्स देशों में अपनी करंसी में कारोबार. साउथ अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा ने कहा कि हम ब्रिक्स के सदस्यों की संख्या बढ़ाने का समर्थन करते हैं.