सहकारिता में निवेश और नवाचार को मिलेगा बढ़ावा : मंत्री सारंग
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भोपाल
सहकारिता मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-भोपाल में सहकारिता विभाग के विशेष सत्र की तैयारियों को लेकर विभागीय अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की। बैठक में मंत्री श्री सारंग ने सहकारिता क्षेत्र में निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए पब्लिक को-ऑपरेटिव पार्टनरशिप (पीसीपी) मॉडल को अपनाने के साथ देश की प्रतिष्ठित कंपनियों के साथ एमओयू कर पैक्स द्वारा निर्मित उत्पादों के विपणन को लेकर भी दिशा-निर्देश दिये। बैठक में अपर मुख्य सचिव श्री अशोक बर्णवाल, अपेक्स बैंक के प्रभारी प्रबंध संचालक श्री मनोज कुमार गुप्ता, बीज संघ के प्रबंध संचालक श्री महेंद्र दीक्षित उपस्थित रहे।
पीसीपी मॉडल से सहकारिता क्षेत्र में संभावनाएँ
मंत्री श्री सारंग ने कहा कि सहकारिता क्षेत्र को आत्मनिर्भर और आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए पीसीपी मॉडल को बढ़ावा दिया जायेगा। इस मॉडल में सहकारी समितियों को उद्यमशीलता की दिशा में आगे बढ़ाते हुए उन्हें आत्मनिर्भर बनाया जायेगा। इससे प्रदेश के किसान, सहकारी संस्थाएँ और उपभोक्ता सीधे लाभान्वित होंगे।
सीबीजी प्लांट से किसानों को मिलेगा सीधा लाभ
बैठक में कंप्रेस्ड बॉयो गैस (सीबीजी) प्लांट की स्थापना की संभावनाओं पर भी चर्चा की गई। मंत्री श्री सारंग ने कहा कि प्रदेश में सीबीजी प्लांट स्थापित करने की अपार संभावनाएँ हैं। इन संयंत्रों की स्थापना में प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों (पैक्स) की भागीदारी सुनिश्चित की जायेगी। इससे किसान अपने फसल अवशेषों और अन्य जैविक कचरे का उपयोग कर आर्थिक रूप से सशक्त बन सकेंगे।
बड़ी कंपनियों के साथ एमओयू : सहकारी उत्पादों को मिलेगा बाजार
मंत्री श्री सारंग ने बैठक में सहकारी समितियों द्वारा निर्मित उत्पादों के विपणन को लेकर भी चर्चा की। उन्होंने निर्देश दिए कि देश की प्रमुख कंपनियों के साथ एमओयू किये जायें, जिससे पैक्स के माध्यम से तैयार किये गये उत्पादों को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिले और उनकी बिक्री को भी बढ़ावा मिले।
सहकारी चीनी मिलों को बढ़ावा देने की योजना
मंत्री श्री सारंग ने पीसीपी मॉडल में सहकारी चीनी मिलों के विस्तार और उनके आधुनिकीकरण की आवश्यकता पर भी ध्यान दिलाया। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में निवेश को आकर्षित कर नई चीनी मिलों की स्थापना एवं पुरानी मिलों के उन्नयन की दिशा में ठोस कदम उठाये जायेंगे। इससे न केवल किसानों को लाभ होगा, बल्कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था भी सशक्त होगी।
25 फरवरी को होगा विशेष सत्र
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में 25 फरवरी को सहकारिता विभाग का विशेष सत्र आयोजित किया जायेगा। सत्र में सहकारिता क्षेत्र में निवेश की संभावनाओं, नवाचार आधारित सहकारी मॉडल, आत्मनिर्भर सहकारिता और डिजिटल तकनीक के प्रयोग से व्यवसाय में वृद्धि जैसे विषयों पर विस्तार से चर्चा होगी। देशभर के प्रतिष्ठित उद्योगपतियों, निवेशकों और सहकारिता क्षेत्र के विशेषज्ञों को इस सत्र में आमंत्रित किया गया है, जो अपने अनुभव और विचार साझा करेंगे।