बालाघाट में कुंदुल नक्सल मुठभेड़, पुलिस-नक्सल मुठभेड़ की समीक्षा बैठक ली

भोपाल

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की मंशानुसार मध्यप्रदेश पुलिस नक्सल उन्मूलन अभियान में पूरे प्राणपण से जुटी हुई है। नक्सल विरोधी अभियान अंतर्गत रविवार 17 नवबंर को बालाघाट जिले के थाना रूपझर अंतर्गत चौकी सोनगुड्डा के ग्राम कोद्दापार, कुन्दल जंगल क्षेत्र में नक्सल विरोधी अभियान के दौरान हॉकफोर्स और नक्सलियों में मुठभेड़ हुई। पुलिस-नक्सल मुठभेड़ में जवान शिव कुमार शर्मा गंभीर रूप से घायल हो गये। पुलिस की जवाबी कार्रवाई से नक्सली घने जंगल का फायदा उठाकर भाग गए।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव के निर्देश पर पुलिस महानिदेशक सुधीर सक्सेना 17 नवंबर को कुंदुल जंगल क्षेत्र में हुई नक्सली मुठभेड़ में घायल हुए जवान शिव कुमार शर्मा के स्वास्थ्य का जायजा लेने 18 नवंबर को राज्य शासन के हैलीकॉप्टर से गोंदिया अस्पताल और बालाघाट पहुंचे। इस दौरान एडीजी इंटेलिजेंस योगेश देशमुख तथा आईजी लॉ एंड ऑर्डर अंशुमान सिंह भी साथ रहे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने भी दूरभाष पर चिकित्सकों से बातचीत कर घायल जवान को सर्वोत्तम इलाज देने के निर्देश दिए और राज्य सरकार की ओर से पूरी चिकित्सा वहन करने का आश्वासन दिया।

मुख्यमंत्री का तत्परता से संवेदनशील कदम

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने घटना के तुरंत बाद घायल जवान के इलाज के लिए चिकित्सकों से दूरभाष पर बातचीत की और उन्हें हर संभव उपचार देने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने यह भी स्पष्ट किया कि  जवान का पूरा इलाज  राज्य सरकार वहन करेगी और राज्य सरकार उनके परिवार के साथ खड़ी है।

सरकार का सुरक्षा बलों के साथ खड़ा होने का संकल्प

डीजीपी सुधीर सक्सेना, एडीजी इंटेलीजेंस योगेश देशमुख, और आईजी एलओ अंशुमान सिंह ने बालाघाट में सीआरपीएफ, कोबरा, और हॉकफोर्स के अधिकारियों के साथ घटना की समीक्षा बैठक की। नक्सल विरोधी अभियानों तथा समस्याओं के बारे में विस्तृत चर्चा की। उन्होने विषम परिस्थितियों में रहकर भी साहस तथा समर्पण के साथ कार्य करने वाले इन जवानों की प्रशंसा की तथा मनोबल बढाया। डीजीपी ने कहा कि इस प्रकार के जोखिमपूर्ण ऑपरेशनों में सुरक्षा बलों की सफलता मेहनत और रणनीति का परिणाम है। पिछले पांच वर्षों में सुरक्षा बलों ने 20 प्रमुख नक्सलियों को मार गिराया और 1.52 करोड़ रुपये के 6 नक्सलियों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है।

घायल जवान के उपचार की निगरानी

समीक्षा बैठक के बाद डी.जी.पी. सक्सेना गोंदिया स्थित यूनाइटेड हॉस्पिटल पहुंचे, जहां घायल जवान का इलाज चल रहा है। उन्होंने चिकित्सकों से चर्चा करते हुए जवान के इलाज की प्रक्रिया की जानकारी ली और उन्हें सर्वोत्तम उपचार प्रदान करने के निर्देश दिए। साथ ही, यह भी बताया कि मध्यप्रदेश सरकार पूरी तरह से जवान के साथ है और उनका उपचार राज्य सरकार के  द्वारा किया जाएगा।

सुरक्षा बलों के प्रति सरकार की संवेदनशीलता

डीजीपी सक्सेना ने घटना के बाद  पुलिस बल के प्रति सरकार की मजबूत प्रतिबद्धता को व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य सरकार हमेशा जवानों के साथ खड़ी है। डीजीपी ने जवान के परिजन से बात कर जवान शिव कुमार शर्मा के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की और यह आश्वस्त किया कि सरकार उनका हर संभव समर्थन करेगी।

 

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