पाकिस्‍तान में अब खत्‍म हुआ लैमिनेशन पेपर, खरीदने के पैसे नहीं, पासपोर्ट की छपाई बंद

कराची

पाकिस्तान के लोगों को पासपोर्ट मिलने में संकट का सामना करना पड़ रहा है। यह समस्या लेमिनेशन पेपर की कमी के कारण उत्पन्न हुई है। पाकिस्तान पासपोर्ट में उपयोग होने वाला लेमिनेशन पेपर फ्रांस से आयात करता है।

पाकिस्तान में लेमिनेशन पेपर की कमी

पासपोर्ट महानिदेशालय से जुड़े एक शख्स ने कहा कि सरकार संकट से निपटने की पूरी कोशिश कर रही है। उन्होंने आश्वासन देते हुए कहा कि स्थिति जल्द ही नियंत्रण में होगी और लोगों को यह आसानी से उपलब्ध कराया जाएगा।

लोगों को नहीं मिल पा रहा पासपोर्ट

वहीं, कराची के रहने वाले फैजान इस दावे पर विश्वास नहीं करते। उनका कहना है कि मैंने इसके लिए दो महीने पहले आवेदन किया था। लेकिन अबतक पासपोर्ट नहीं मिल पाया है। इसके कारण उन्हें अपनी महत्वपूर्ण यात्रा रद करनी पड़ी।

लोगों को हो रही समस्या

फैजान से सहमति जताते हुए अन्य शख्स आमिर ने कहा कि पासपोर्ट महानिदेशालय की ओर से यात्रा दस्तावेजों के बैकलाग में कमी का दावा किया जाना लोगों को गुमराह करने वाली बात है। अब तक मेरा पासपोर्ट नहीं मिला है। इसके कारण मुझे मजबूरन अपनी विदेश यात्रा रद करनी पड़ी है।

 

पासपोर्ट में यूज होने वाले लेमिनेशन पेपर की कमी
अपने इतिहास का सबसे बड़ा आर्थिक संकट झेल रहे पाकिस्तान (Pakistan Crisis) में पासपोर्ट में इस्तेमाल होने वाले लेमिनेशन पेपर की कमी से नया संकट उत्पन्न हो गया है. दूसरे देश जाने के लिए सबसे जरूरी डॉक्यूमेंट मिलने में हो रही देरी के चलते लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. एएनआई पर छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तानी पासपोर्ट में इस्तेमाल होने वाला ये लेमिनेशन पेपर फ्रांस (France) से आयात किया जाता है. लेकिन आर्थिक संकट से जूझते पाकिस्तान के लिए इस आयात को जारी रखना मुश्किल हो रहा है और खामियाजा देश की जनता को उठाना पड़ रहा है. 

पेपर संकट में लाखों पासपोर्ट अटके
लेमिनेशन पेपर की कमी के चलते लाखों की संख्या में नए पासपोर्ट जारी नहीं हो पा रहे हैं और ये अटके हुए हैं. इस संकट के कारण उन लोगों के सामने बड़ा समस्या खड़ी हो गई है, जो पढ़ाई, बिजनेस या किसी अन्य जरूरी काम के लिए जल्द दूसरे देश जाना चाहते हैं. टाइम्स ऑफ कराची की एक रिपोर्ट के मुताबिक, देश में करीब 7 लाख बिना मुद्रित पासपोर्ट का बैकलॉग हैं. ये पहला मौका नहीं है बल्कि पाकिस्तान पहले भी ऐसे संकट से जूझ चुका है. साल 2013 में भी लेमिनेशन पेपर्स की कमी के कारण डीजीआई एंड पी (DGI&P) व प्रिंटरों में लेनदेन विवाद के चलते पासपोर्ट की छपाई इसी तरह रुक गई थी.

राहत के सवाल पर अधिकारियों ने किया किनारा
एएनआई की रिपोर्ट की मानें तो पाकिस्तान के पासपोर्ट महानिदेशालय से जुड़े एक शख्स के हवाले से कहा गया है कि देश की केयरटेकर सरकार इस पेपर संकट से निपटने की कोशिश में लगी हुई है. उन्होंने आश्वासन देते हुए कहा कि स्थिति जल्द ही नियंत्रण में होगी और लोगों को उनका पासपोर्ट आसानी से उपलब्ध करा दिया जाएगा. वहीं दूसरी ओर जोनल ऑफिस सदर, कराची में निदेशक पासपोर्ट और आव्रजन, सईद अहमद अब्बासी से जब इस समस्या के खत्म होने की डेडलाइन के बारे में पूछा गया तो उन्होंने ये कहते हुए किनारा कर लिया कि आधिकारिक तौर पर वह जवाब देने की स्थिति में नहीं हैं. इससे हालात का अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है. 

लोगों ने बताई अपनी परेशानियां
पासपोर्ट अधिकारियों की बेरुखी का शिकार हो रहे लोगों ने पासपोर्ट मिलने में हो रही देरी और इससे पैदा हो रही समस्याओं के बारे में बताया. रिपोर्ट में स्थानीय दैनिक अखबार के हवाले से लोगों की परेशानियों के बारे में बताया गया है. कराची के नॉर्थ नाजिमाबाद निवासी फैजान, 'मैंने 2 महीने से अधिक समय पहले अपना आवेदन जमा कर दिया है और अभी तक मुझे पासपोर्ट नहीं मिला है,'  DGI&P के मिसमैनेजमेंट के कारण उन्हें अपनी यात्रा रद्द करनी पड़ी. इसके अलावा पेशावर के रहने वाली छात्रा हीरा गुल का कहना है कि इटली के लिए मेरा छात्र वीजा हाल ही में अप्रूव हुआ था और मुझे अक्टूबर में देश पहुंचना था. लेकिन पासपोर्ट न मिलने से मेरा मौका हाथ से निकल गया. गुल के मुताबिक, मैं सरकारी लापरवाही की कीमत चुका रही हूं. 

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