सिविल सर्विस डे के अवसर पर 21 अप्रैल को नम्रता गांधी और हरीश एस पीएम अवॉर्ड से होंगे सम्मानित

रायपुर

धमतरी कलेक्टर नम्रता गांधी के बाद सुकमा कलेक्टर हरीश एस का चयन प्रतिष्ठित पीएम अवॉर्ड के लिए हुआ है। सिविल सर्विस डे के मौके पर 21 अप्रैल को दोनों अधिकारियों को सम्मानित किया जाएगा।

साल 2015 बैच के आईएएस हरीश एस को सुकमा में समग्र विकास के लिए किए गए कामों के लिए पुरुस्कार दिया जाएगा। आईएएस नम्रता गांधी को जल संरक्षण की दिशा में सक्रिय योगदान के लिए प्रधानमंत्री पुरस्कार के लिए चयनित किया गया है।

बतौर कलेक्टर पहला जिला है सुकमा
मूल रूप से तमिलनाडु के मदुरई जिले के रहने वाले हरीश एस को सुकमा में बतौर कलेक्टर पहला जिला मिला है। बताते चलें कि हरीश एस ने 7 सितंबर 2015 को आईएएस की सर्विस ज्वाइन की थी।

ऐसा रहा है करियर का सफर
    लाल बहादुर प्रशासन अकादमी से प्रशिक्षण पूरा किया।
    बिलासपुर में सहायक कलेक्टर के पद पर हुई थी तैनाती।
    इसके बाद रायगढ़ जिले के खरसिया अनुविभाग में एसडीएम बने।
    इसके बाद रायगढ़ के अपर कलेक्टर के पद पर मिली थी तैनाती।
    खरसिया और रायगढ़ में भू-अधिग्रहण और राजस्व संबंधी काम संभाला।
    रायगढ़ अपर कलेक्टर के बाद हरीश एस को मिली नई जिम्मेदारी।
    बलरामपुर–रामानुजगंज जिले के जिला पंचायत सीईओ बनाए गए।
    बिलासपुर जिले के जिला पंचायत सीईओ के पद पर भी किया काम।
    बतौर कलेक्टर हरीश एस को पहली पोस्टिंग सुकमा जिले में मिली है।

हरीश एस तमिलनाडु के मदुरई के रहने वाले हैं। इनका जन्म छह नवंबर 1987 को हुआ है। पिता जल संसाधन विभाग में इंजीनियर थे। इनकी मां एक निजी अस्पताल में काम करती थीं। हरीश इकलौती संतान हैं।

उन्होंने टीवीएस स्कूल मदुरई से 12वीं की पढ़ाई की थी। इसके बाद चेन्नई में स्थित कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग गिंडी से मैन्युफैक्चरिंग ब्रांच से बीटेक की उपाधि प्राप्त की। इंजीनियरिंग करने के बाद हरीश ने कुछ समय तक साफ्टवेयर कंपनी और बैंक में नौकरी की।

कुछ दिनों बाद नौकरी छोड़कर यूपीएससी की तैयारी करने लगे। यूपीएससी के अपने पांचवें प्रयास में हरीश एस आईएएस के लिए चुने गए। यूपीएससी मुख्य परीक्षा में वैकल्पिक विषय के रूप में मानव विज्ञान विषय को चुना था।

 

नम्रता गांधी का जल संरक्षण के लिए हुआ चयन

धमतरी कलेक्टर आईएएस नम्रता गांधी को जल संरक्षण की दिशा में सक्रिय योगदान के लिए प्रधानमंत्री पुरस्कार के लिए चयन किया गया है. सिविल सर्विस डे के अवसर पर 21 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नम्रता गांधी को सम्मानित करेंगे.

प्रधानमंत्री पुरस्कार से सम्मानित होने वाली नम्रता गांधी छत्तीसगढ़ की तीसरी आईएएस अधिकारी है. इससे पहले दंतेवाड़ा के तत्कालीन कलेक्टर ओपी चौधरी और आईएएस सौरभ कुमार को यह पुरस्कार मिला था.

जनवरी 2024 से धमतरी कलेक्टर नम्रता गांधी ने भखारा नगर पंचायत में पेयजल की समस्या को देखते हुए नगर पंचायत व जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के साथ मिलकर गंगरेल नहर से सिलघट तक पानी पहुंचाने की योजना बनाई. गंगरेल नहर के पानी को सिलघट एनीकट के पास नगर पंचायत के इनटेक वेल के माध्यम से वाटर ट्रीटमेंट प्लांट तक पहुंचाकर वाटर ट्रीटमेंट करते हुए पिछले दिनों से भखारा नगरवासियों को पेयजल आपूर्ति शुरू करवाई गई. कलेक्टर नम्रता गांधी की दूरदर्शिता से नगर पंचायत क्षेत्र की पेयजल समस्या का समाधान हो गया.

2013 बैच की आईएएस हैं नम्रता गांधी

नम्रता गांधी छत्तीसगढ़ कैडर की आईएएस 2013 बैच की आईएएस अफसर हैं. मुंबई, महाराष्ट्र की रहने वाली नम्रता गांधी का जन्म 1 फरवरी 1989 को हुआ है. उनके पिता का नाम हेमेंद्र गांधी और माता का नाम मीता गांधी है. उनके पिता का अपना कारोबार है.

राजनीति विज्ञान में किया ऑनर्स

नम्रता गांधी ने मुंबई के गोपी बिड़ला स्कूल से सीबीएसई बोर्ड से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की है. इसके बाद उन्होंने सेंट जेवियर्स कॉलेज मुंबई से पॉलिटिकल साइंस ऑनर्स से किया था. ग्रेजुएशन में नम्रता ने मुंबई यूनिवर्सिटी में दूसरा रैंक हासिल किया था. केवल पढ़ने में ही नहीं बल्कि वाद-विवाद जैसी बौद्धिक गतिविधियों में भी नम्रता गांधी सक्रिय थीं.

यूपीएससी में दूसरे प्रयास में बनीं आईएएस

ग्रेजुएशन पूरा होने के बाद नम्रता ने यूपीएससी की तैयारी शुरू की मुख्य परीक्षा के लिए उन्होंने अपना वैकल्पिक विषय राजनीति विज्ञान ही रखा. हार्ड वर्क एवं बेहतर रणनीति के साथ तैयारी करते हुए यूपीएससी 2011 में अपने प्रथम प्रयास में 600 रैंक प्राप्त किया और इंडियन पोस्टल सर्विस के लिए चुनी गईं. 2012 में अपने दूसरे प्रयास में नम्रता गांधी ने 42 वीं रैंक लाकर यूपीएससी उत्तीर्ण कर लिया और आईएएस के लिए चुनी गईं.

गरियाबंद और जीपीएम की रहीं कलेक्टर

नम्रता गांधी ने यूपीएससी 2012 क्रैक किया और 2013 बैच की आईएएस बनीं. नम्रता को छत्तीसगढ़ कैडर अलॉट हुआ. नम्रता ने आईएएस की सर्विस 2 सितंबर 2013 को ज्वाइन की. उन्हें फील्ड पोस्टिंग के लिए राजनांदगांव में सहायक कलेक्टर के तौर पर पहली पोस्टिंग मिली. जिसके बाद अविभाजित बिलासपुर जिले के गौरेला– पेंड्रा–मरवाही अनुविभाग की एसडीएम बनीं. फिर वे कांकेर, सरगुजा व धमतरी जिला पंचायत की सीईओ रहीं. इसके बाद गरियाबंद व जीपीएम के बाद अब धमतरी जिला की कलेक्टर हैं.

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