हार्दिक पांड्या ने किस पर फोड़ा हार का ठीकरा? मैच के बाद खूब सुनाई खरी खोटी
नई दिल्ली
भारत और वेस्टइंडीज के बीच 5 मैच की टी20 सीरीज का दूसरा मुकाबला गुयाना के प्रोविडेंस स्टेडियम में खेला गया जहां टीम इंडिया को 2 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। इस हार के साथ भारत सीरीज में 0-2 से पिछड़ रहा है। कप्तान हार्दिक पांड्या ने दूसरे टी20 की हार की ठीकरा बल्लेबाजों पर फोड़ा। कप्तान का कहना है कि बल्लेबाजों को और अधिक जिम्मेदारी के साथ खेलना होगा। बता दें, अभी तक खेले गए दोनों टी20 मुकाबलों में तिलक वर्मा को छोड़कर कोई बल्लेबाज अपनी छाप नहीं छोड़ पाया है। यहां तक टी20 के नंबर-1 बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव भी वेस्टइंडीज में जूझते नजर आए हैं।
हार्दिक पांड्या ने मैच के बाद कहा 'अगर ईमानदारी से कहूं तो वह बल्लेबाजी प्रदर्शन सुखद नहीं था, हम बेहतर बल्लेबाजी कर सकते थे। 160 प्लस या 170 एक टोटल अच्छा होता। वह जिस तरह से बल्लेबाजी कर रहे थे, उससे स्पिनरों को रोटेट करना काफी मुश्किल हो जाता है। जिस तरह से उन्होंने (निकोलस पूरन) बल्लेबाजी की, उससे खेल को काफी हद तक अपने हाथों में ले लिया था।'
कप्तान आगे बोले 'मौजूदा कॉम्बिनेशन के साथ हमें टॉप-7 बल्लेबाजों पर भरोसा करना होगा कि वे अच्छा प्रदर्शन करेंगे और उम्मीद करेंगे कि गेंदबाज आपको मैच जिताएंगे। हमें यह सुनिश्चित करने के तरीके खोजने होंगे कि हमारे पास सही संतुलन है लेकिन साथ ही बल्लेबाजों को अधिक जिम्मेदारी लेने की जरूरत है। बाएं हाथ के बल्लेबाज का चौथे नंबर पर आना हमें विविधता देता है। ऐसा नहीं लगा कि वह दूसरा अंतर्राष्ट्रीय मैच खेल है।'
बात मुकाबले की करें तो, भारत ने टॉस जीतकर इस मैच में पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लिया था। तिलक वर्मा के अर्धशतक के दम पर भारत 150 का स्कोर पार करने में सफल रही थी। तिलक के अलावा इस बार भी कोई बल्लेबाज 30 रन का आंकड़ा पार नहीं कर पाया। भारत ने वेस्टइंडीज के सामने 153 रनों का लक्ष्य रखा था।
इस स्कोर का पीछा करने उतरी मेजबान टीम को पहले ही ओवर में दो झटके देकर हार्दिक पांड्या ने टीम को जोरदार शुरुआत तो दिलाई, मगर इसके बाद 67 रनों की तूफानी पारी खेल निकोलस पूरन ने मैच ही पलट दिया। पूरन के आउट होने के बाद भारत ने कुछ हद तक मैच में वापसी करने की कोशिश की, मगर चहल का आखिरी ओवर रोककर कप्तान ने गलती कर दी। टीम इंडिया को इस मैच में 2 विकेट और 7 गेंदें शेष रहते हार का सामना करना पड़ा।