ग्वालियर में रीजनल कॉन्क्लेव लघु उद्योगों के विकास का सशक्त माध्यम बनेगी
ग्वालियर
ग्वालियर। मार्च में उज्जैन और जुलाई में जबलपुर में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के साथ मुंबई कोयम्बटूर और बंगलौर में हुई कॉन्क्लेव मध्य प्रदेश में उद्योगों के विकास के लिए महत्वपूर्ण मंच बनी ग्वालियर में 28 अगस्त को हो रही रीजनल कॉन्क्लेव लघु उद्योगों के विकास का सशक्त माध्यम बनेगी। ग्वालियर में खाद्य प्र-संस्करण, टेक्सटाइल एवं गारमेंट उद्योग के साथ ही फुटवेयर एवं लैदर सेक्टर में निवेश प्राप्ति की संभावनाएं
फिलहाल 73 औद्योगिक इकाईयों को भूमि आवंटन 345 करोड़ रूपए के निवेश से लगभग तीन हजार लोगों को रोजगार। ग्वालियर कॉन्क्लेव में विभिन्न 27 औद्योगिक इकाइयों के लोकार्पण और भूमिपूजन भी सम्पन्न होंगे। करीब 1420.39 करोड़ रूपए के निवेश प्रस्ताव क्रियान्वित होंगे और 3451 लोगों को रोजगार प्राप्त होगा। कॉन्क्लेव में एमएसएमई के साथ ही पर्यटन, आई.टी., स्टार्टअप, हस्तशिल्प, कुटीर उद्योग, फुटवेयर, कौशल विकास एवं उच्च शिक्षा से संबंधित-सत्र होंगे। ग्वालियर रीजन में सूचना प्रौदयोगिकी जनित सेवाओं के विस्तार का पुख्ता प्लान।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव का आईटी सेक्टर पर फोकस
ग्वालियर रीजन में सूचना प्रौदयोगिकी के साथ इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम डिजाइन और मैन्यूफेक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिये निवेश के लिये प्रोत्साहन दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ग्वालियर में 28 अगस्त रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में आई टी सेक्टर में निवेश बढ़ाने पी प्रमुख कंपनियों से चर्चा करेंगे। मध्यप्रदेश की जीडीपी में आईटी सेक्टर का योगदान पांच बिलियन डॉलर है।
फिलहाल प्रदेश में 15 आईटी पार्क के साथ ग्वालियर में 75 एकड़ में आईटी पार्क है। आईटी बिल्डिंग 73 हजार वर्ग फीट में है और इसमें 20 हजार 400 वर्ग फीट स्थान खाली है। कॉन्क्लेव के माध्यम से निवेशकों को गवालियर-चंबल क्षेत्र की औद्योगिक क्षमताओं और अवसरों की जानकारी दी जाएगी। कॉन्क्लेव में नीदरलैण्ड, घाना, कनाडा एवं मैक्सिकों सहित अन्य कई देशो के प्रतिनिधि सहभागिता कर रहे ।