सहारा ग्रुप के मुखिया सुब्रत रॉय का निधन, लम्बे समय से थे बीमार

लखनऊ

सहारा ग्रुप (Sahara grup) के संस्थापक सुब्रत रॉय (Subrata Roy) सहारा का लम्बी बीमारी के बाद मंगलवार को निधन हो गया। मुंबई में उनका इलाज चल रहा था। रिपोर्ट के अनुसार बुधवार को उनका पार्थिव शरीर लखनऊ लाया जाएगा। सुब्रत रॉय 75 वर्ष के थे। बता दें, तबियत खराब होने के बाद उन्हें कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी हॉस्पिटल में रविवार को एडमिट करवाया गया था। 

कंपनी ने अपने बयान में कहा है, “सहारा श्री के साथ जिस किसी को काम करने का सौभाग्य मिला उनके लिए वे गाइडेंस फोर्स, मेंटर और प्रेरणा के स्रोत थे।” 

गोरखपुर से हुई थी शुरुआत

सुब्रत रॉय का जन्म 10 जून 1948 को अररिया बिहार में हुआ था। उन्होंने गोरखपुर के सरकारी टेक्निकल इंस्टीट्यूट से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी। उन्होंने अपने बिजनेस की शुरुआत गोरखपुर से 1976 में किया था। 

मीडिया से लेकर फाइनेंस तक फैला है कारोबार

1992 में सहारा ग्रुप ने राष्ट्रीय सहारा नाम का न्यूज पेपर निकाला। साथ ही कंपनी ने ‘सहारा टीवी’ नाम से अपना टीवी चैनल भी लॉन्च किया था। बता दें, कंपनी मीडिया से लेकर रियल एस्टेट, फाइनेंस सहित कई सेक्टर में काम कर रही है। 

सहारा इंडिया परिवार का साम्राज्य एक समय काफी बड़ा हो गया था। टाइम मैगजीन ने एक बार अपनी रिपोर्ट में कहा था कि रेलवे के बाद देश में सबसे अधिक रोजगार सहारा ग्रुप देने वाला समूह था। समूह का दावा था कि उनके साथ करीब 9 करोड़ निवेशक जुड़े थे। जिसमें गांव से लेकर शहरों तक के लोग जुड़े थे।

सुब्रत रॉय को 2014 से कानूनी चुनौतियों का सामना करना पड़ा। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था। लम्बी कानूनी लड़ाई के बाद वे पैरोल पर बाहर आ गए थे।

सहारा समूह के प्रमुख सुब्रत रॉय का मंगलवार (14 नवंबर 2023) को मुंबई के कोकिला बेन हॉस्पिटल में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. वह 75 साल के थे.  रॉय ने खुदरा, रियल एस्टेट और वित्तीय सेवा क्षेत्रों में एक विशाल व्यापारिक साम्राज्य खड़ा किया. उनको रविवार को मुंबई के कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में भर्ती कराया गया था.

बयान के अनुसार, उच्च रक्तचाप, मधुमेह सहित विभिन्न बीमारियों से लंबे समय से जूझ रहे सुब्रत रॉय का दिल का दौरा पड़ने के कारण रात साढ़े 10 बजे निधन हो गया. समूह ने बयान में कहा, ‘सहारा इंडिया परिवार अत्यंत दुख के साथ हमारे सहारा इंडिया परिवार के प्रबंध कार्यकर्ता और अध्यक्ष माननीय ‘सहाराश्री’ सुब्रत रॉय सहारा के निधन की सूचना दे रहा है.’

बयान में उन्हें एक प्रेरणादायक नेता और दूरदर्शी बताते हुए कहा गया है, ‘‘उनके निधन से हुई क्षति को संपूर्ण सहारा इंडिया परिवार गहराई से महसूस करेगा. सहाराश्री जी उन सभी के लिए एक मार्गदर्शक शक्ति, एक संरक्षक और प्रेरणा के स्रोत थे, जिन्हें उनके साथ काम करने का सौभाग्य मिला.’’ बयान के अनुसार, सहारा इंडिया परिवार रॉय की विरासत को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है और संगठन को आगे बढ़ाने में उनके दृष्टिकोण का सम्मान करना जारी रखेगा.

सेबी ने 2011 में सहारा इंडिया रियल एस्टेट कॉरपोरेशन लिमिटेड (एसआईआरईसीएल) और सहारा हाउसिंग इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड (एसएचआईसीएल) को निवेशकों से जुटाए गए धन को वापस करने का आदेश दिया था. नियामक ने फैसला दिया था कि दोनों कंपनियों ने उसके नियमों और विनियमों का उल्लंघन करके धन जुटाया था.

उच्चतम न्यायालय ने 31 अगस्त 2012 को सेबी के निर्देशों को बरकरार रखा था, जिसमें दोनों कंपनियों को निवेशकों से लिए गए धन को 15 प्रतिशत ब्याज के साथ वापस करने के लिए कहा गया था. अंततः सहारा को निवेशकों को रिफंड के लिए सेबी के पास अनुमानित 24,000 करोड़ रुपये जमा करने के लिए कहा गया. हालांकि समूह ने हमेशा कहा कि यह ‘दोहरा भुगतान’ है क्योंकि वह पहले ही 95 प्रतिशत से अधिक निवेशकों को रकम सीधे वापस कर चुका है.

सहारा प्रमुख सुब्रत रॉय का कब होगा अंतिम संस्कार?

सहारा प्रमुख सुब्रत रॉय का अंतिम संस्कार गुरुवार (16 नवंबर 2023) को लखनऊ में किए जाने की संभावना है. सूत्रों के मुताबिक आज बुधवार (15 नवंबर) को उनका पार्थिव शरीर लखनऊ लेकर आया जाएगा.

 

 

 

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