मध्य प्रदेश में 22460 करोड़ रुपए का अनुपूरक बजट, सबसे ज्यादा केन बेतवा के लिए आया फंड

भोपाल

मध्य प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र में डॉ मोहन यादव सरकार ने वर्ष 2024-25 के लिए अनुपूरक बजट प्रस्तुत किया है। यह 22,460 करोड़ रुपये का है। उप मुख्यमंत्री (वित्त) जगदीश देवड़ा ने विधानसभा में वर्ष 2024-25 में विभागों को आवश्यक अतिरिक्त राशि उपलब्ध कराने के लिए प्रथम अनुपूरक बजट प्रस्तुत किया। इस अनुपूरक बजट में केन-बेतवा परियोजना के लिए 900 करोड़ रुपए, लाड़ली बहना योजना के लिए 465 करोड़ और पार्वती-कालीसिंध-चंबल परियोजना के लिए 600 करोड़ रुपये का प्रावधान है।

 

अनुपूरक बजट क्या होता है?

सरकार कभी-कभी साल के बीच में एक्स्ट्रा पैसे खर्च करने के लिए अनुपूरक बजट लाती है। यह बजट पहले से तय बजट से अलग होता है। इसमें उन खर्चों का हिसाब-किताब होता है जो पहले बजट में नहीं थे या फिर कोई नई ज़रूरत पड़ने पर इसे लाया जाता है। मान लीजिए किसी मंत्रालय को अपनी योजना के लिए और पैसा चाहिए, तब सरकार अनुपूरक बजट के जरिए यह पैसा देती है।

 

आसान भाषा में ऐसे समझें

मान लीजिए किसी आपदा के लिए राहत कार्य चलाने के लिए ज़्यादा पैसे की ज़रूरत है। या फिर किसी योजना को बीच में ही और धनराशि देनी पड़ रही है। ऐसी स्थिति में सरकार अनुपूरक बजट पेश करती है। इसमें यह बताया जाता है कि कहां और कितना पैसा खर्च किया जाएगा। सोचिए जैसे घर का बजट होता है, वैसे ही सरकार का भी बजट होता है। और कभी-कभी घर के बजट में भी एक्स्ट्रा खर्चा आ जाता है। ठीक उसी तरह सरकार के बजट में भी अतिरिक्त खर्चों के लिए अनुपूरक बजट की व्यवस्था है। इससे सरकार अपने कामकाज को सुचारू रूप से चला सकती है।

 

केन बेतवा के लिए 900 करोड़

इसके साथ ही विभिन्न योजनाओं और विकास कार्यों के लिए धन आवंटित किया गया है। सरकार की महात्वाकांक्षी केन-बेतवा नदी जोड़ो परियोजना के 900 करोड़ रुपये का प्रावधान है। गौरतलब है कि इसका भूमिपूजन करने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 25 दिसंबर को मध्य प्रदेश आएंगे। वहीं, पार्वती-कालीसिंध-चंबल लिंक परियोजना के लिए 600 रुपए का प्रतीकात्मक प्रावधान रखा गया है।

 

लाडली बहना को 456 करोड़ रुपए

लाडली बहना योजना के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग को 456 करोड़ रुपये का अतिरिक्त आवंटन दिया गया है। इस अनुपूरक बजट से ऊर्जा विभाग को 8,763 करोड़ रुपये दिए जाएंगे। इस राशि में 280 करोड़ रुपये टैरिफ अनुदान और अटल कृषि ज्योति योजना के लिए प्रावधान हैं। वहीं, जल जीवन मिशन के अंतर्गत नल से जल पहुंचाने के कार्यक्रम को गति देने और ग्रामीण समूह जल प्रदाय के लिए लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को 3,515 करोड़ रुपये अतिरिक्त मिलेंगे।

 

चार्ट से समझें पूरा बजट:

 

इन विभागों के लिए भी आवंटित हुई राशि

नवीन प्रधानमंत्री आवास शहरी के लिए 1,600 रुपये, संबल योजना के लिए 200 करोड़, लाड़ली लक्ष्मी योजना में छात्रवृत्ति और आर्थिक सहयोग के लिए 85 करोड़, निकायों का ऋण और ब्याज चुकाने 204 करोड़, दीनदयाल रसोई के लिए 10 करोड़, बड़े पुलों के निर्माण के लिए 400 करोड़, ग्रामीण सड़क और जिला मार्गों के लिए 400 करोड़ दिए जाएंगे।

 

यहां देखें पूरी लिस्ट-

विभाग/योजना आवंटित राशि (करोड़ में)
केन-बेतवा नदी जोड़ो परियोजना 900
पार्वती-कालीसिंध-चंबल लिंक परियोजना 600
लाडली बहना योजना (महिला एवं बाल विकास) 456
ऊर्जा विभाग 8,763
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग 3,515
प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना 1,600
संबल योजना 200
लाडली लक्ष्मी योजना (छात्रवृत्ति और आर्थिक सहायता) 85
निकायों का ऋण और ब्याज चुकाने 204
दीनदयाल रसोई योजना 10
बड़े पुलों का निर्माण 400
ग्रामीण सड़क और जिला मार्ग 400
मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना 50
सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों को प्रोत्साहन 400
सहकारी बैंकों के माध्यम से किसानों को ब्याजरहित ऋण 50
स्वास्थ्य सेवाएं 290
सिंचाई परियोजनाएं 1,515
नर्मदा घाटी विकास 2,090
सड़क, पुल और अन्य निर्माण कार्य 1,050
ग्रामीण विकास 1,161
उच्च शिक्षा विभाग 144
SC/ST और OBC छात्रवृत्ति (11वीं-12वीं और कॉलेज) 360
जनजातीय कार्य विभाग (छात्रवृत्ति) 130
OBC और अल्पसंख्यक कल्याण विभाग (छात्रवृत्ति) 180
SC/ST विद्यार्थियों को आवास सहायता 130
विशिष्ट व्यक्तियों के आगमन पर निर्माण कार्य 50
मुख्यमंत्री निवास परिसर में एनेक्सी निर्माण 47
भोपाल में सरकारी भवनों के रख-रखाव 55
सतपुड़ा और विंध्याचल भवन के रख-रखाव 3
पर्यटन अधोसंरचना विकास 131
कुल 22,460

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