महाराष्ट्र टूरिज्म के वर्षा महोत्सव में दिखी अंबोली व भंडारदरा की खूबसूरती
रायपुर
महाराष्ट्र टूरिज्म बोर्ड द्वारा आयोजित 6 दिवसीय वर्षा महोत्सव में देश के 10 राज्यों के टूर एंड ट्रेवल्स, मीडिया के साथ अन्य क्षेत्र के एक्सपर्ट भंडारदरा और अंबोली हिल स्टेशन में जुटे। सभी ने यहां की प्राकृतिक खूबसूरती को देखा और जाना। पहला ऐसा महोत्सव था जिसे डेकोरेट करने की जरूरत नहीं पड़ी इसकी नैसर्गिक सुंदरता इतनी खूबसूरत थी कि सभी लोगों का मनमोह लिया। हिंदुस्तान के टूरिज्म नक्शे पर दोनों ही जगह बड़ा नेचुरल हब है। पर्यटकों को इस खूबसूरत डेस्टिनेशन में एक बार अवश्य ही कुछ दिन बिताना चाहिए।
महोत्सव के तय कार्यक्रम को चीफ कोआर्डिनेटर संजय नाईक कमांड कर रहे थे। टीम पहले नासिक, पुणे, मुंबई होकर अलग-अलग जगहों से भंडारदरा पहुंची। यह पहला पड़ाव था। नासिक से 72 किमी की दूरी पर खूबसूरत प्रवरा नदी के तट पर झील, झरने, अद्भूत सहृााद्रि पर्वत शिखर, विशालकाय डेम, चारों ओर घने जंगल और हरियाली के बीच बारिश व बहती ठंडी हवाओं का दिलकश नजारा वाकई मनमोहक था। बताया गया कि मानूसनी सीजन में यहां की खूबसूरती पर चार चांद लग जाता है। टूर के दौरान प्राचीनतम अमृतेश्वर मंदिर के अलावा और भी पुरातत्विक जगहों के बारे में जानकारी दी गई। स्थानीय आदिवासी कलाकारों के नृत्य ने समाबांध दिया था। महाराष्ट्र टूरिज्म बोर्ड के एडिशनल डायरेक्टर सुशील पवार ने बताया कि भंडारदरा में टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए यह महोत्सव आयोजित किया गया है जिसमें आप सभी का सहयोग अपेक्षित है।
दूसरे पड़ाव में टीम अंबोली पहुंची जहां घने मानसूनी बादलों व धुंध की बीच रोमांचित करता सफर वाकई यादों में संजोने लायक था। महोत्सव के दौरान स्थानीय वन उत्पादों व टूरिज्म से संबंधित जानकारी से टीम को अवगत कराने एक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया था। ग्राम पंचायत अंबोली की महिला सरपंच सावित्री वामन पालेकर के आतिथ्य में महोत्सव को लेकर प्रकाशित पुस्तिका का विमोचन भी किया गया। उप संचालक कोंकण विभाग श्री हनुमंत हेडे ने महोत्सव के संदर्भ में प्रकाश डाला। सैंकड़ों वनौषधि व जीव जंतु को लेकर विभागीय अधिकारियों ने एक प्रेजेंटेशन भी दिया। बताया गया कि अंबोली हनी जो कि पूरी तरह से नेचुरल तरीके से संग्रहित किया जाता है। देश विदेश में एक प्रसिद्ध ब्रांड नेम है। सदस्यों को कुछ आर्गेनिक पैदावार के बारे में जानकारी प्रदान करने स्पाट विजिट कराया गया। टूरिज्म विभाग की इवेंट व मार्केटिंग मैनेजर प्रीति पवार पूरे समय सदस्यों को कोआर्डिनेट कर रही थीं।
देर शाम अंबोली में आयोजित कार्यक्रम में सभी ने अपना अनुभव साझा किया और बताया कि वाकई अंबोली के बारे में जितना सुना था उससे कहीं अधिक सुंदर है।
कार्यक्रम में युवराज सावंतवाड़ी, टूरिज्म मंडल के सदस्य व टूरिज्म के अधिकारी प्रमुख रूप से उपस्थित थे। मार्केटिंग मैनेजर अजीत मोहिते ने वर्षा महोत्सव व टूरिज्म महाराष्ट्र की योजनाओं के संदर्भ में जानकारी दी। ये बात भी सामने आई कि जितने भी प्रदेश से लोग यहां पहुंचे हैं सभी को उनके प्रदेशों में क्यों न महाराष्ट्र टूरिज्म के लिए ब्रांड एंबेसेडर बना दिया जाए। अलग -अलग राज्यों से शामिल सदस्यों ने वर्षा महोत्सव के शानदार आयोजन के लिए महाराष्ट्र टूरिज्म को धन्यवाद दिया और वादा भी किया वे अपने राज्यों में प्रमोट करेंगे। इस बीच महाराष्ट्र टूरिज्म को प्रमोशन के लिए अन्य राज्यों में भी जाने का प्रस्ताव आया और तत्काल में श्री संजय नाईक ने बताया कि गुजरात में दो दिन का आयोजन तय हो गया है। इन दोनों जगहों पर शानदार ढंग से आयोजित वर्षा महोत्सव की खट्टी-मीठी यादें लेकर जाने से पहले सदस्यों ने एक दूसरे से निजी व बिजनेस टर्म पर जानकारियां साझा की और फिर कभी मौका मिला तो साथ मिलने का वादा कर बिदा लिया।