वीज़ा ने सुजई रैना को भारत का ‘कंट्री मैनेजर’ किया नियुक्त
वीज़ा ने सुजई रैना को भारत का ‘कंट्री मैनेजर’ किया नियुक्त
जयप्रकाश एसोसिएट्स ने 4,616 करोड़ रुपये का कर्ज नहीं चुकाया
हैप्पिएस्ट माइंड्स टेक का चौथी तिमाही का मुनाफा 24.83 प्रतिशत बढ़कर 71.98 करोड़ रुपये
नई दिल्ली
डिजिटल भुगतान मंच वीज़ा ने सुजई रैना को भारत का ‘कंट्री मैनेजर’ नियुक्त किया है।
वीज़ा ने एक बयान में कहा, इसके अलावा संदीप घोष भारत तथा दक्षिण एशिया के लिए ‘ग्रुप कंट्री मैनेजर’ के रूप में अपनी भूमिका जारी रखेंगे। वह भारत, बांग्लादेश, श्रीलंका, नेपाल, भूटान और मालदीव सहित उपमहाद्वीप के अन्य बाजारों में परिचालन की देखरेख करेंगे।
बयान के अनुसार, रैना भारतीय कारोबार के लिए जिम्मेदार होंगे। बाजार के लिए वीज़ा की रणनीतिक पहलों का नेतृत्व और क्रियान्वयन करेंगे। रैना 2020 में वीज़ा में जुड़े थे। उन्होंने कहा, ‘‘… मैं अपने ब्रांड की मजबूती और भारत में वीज़ा के विकास के अगले चरण को आगे बढ़ाने के लिए तत्पर हूं।’’
जयप्रकाश एसोसिएट्स ने 4,616 करोड़ रुपये का कर्ज नहीं चुकाया
नई दिल्ली
संकटग्रस्त जेपी समूह की प्रमुख कंपनी जयप्रकाश एसोसिएट्स ने मूलधन व ब्याज राशि सहित 4,616 करोड़ रुपये के ऋण का भुगतान नहीं किया है।
जयप्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड (जेएएल) ने रात शेयर बाजार को दी सूचना में बताया कि कंपनी ने 30 अप्रैल को 1,751 करोड़ रुपये की मूल राशि और 2,865 करोड़ रुपये के ब्याज के भुगतान में चूक की है।
जेएएल ने कहा, ‘‘कंपनी का कुल उधार (ब्याज सहित) 29,805 करोड़ रुपये है, जिसे 2037 तक चुकाया जाना है। इसमें से 30 अप्रैल 2024 तक 4,616 करोड़ रुपये बकाया था।’’ ये ऋण विभिन्न बैंकों से लिया गया है।
कंपनी ने कहा कि 29,805 करोड़ रुपये की कुल उधारी में से 18,955 करोड़ रुपये प्रस्तावित विशेष प्रयोजन वाहन (एसपीवी) को हस्तांतरित किए जाएंगे। इसके लिए सभी विधिवत अनुमोदित एक व्यवस्था योजना को हितधारकों की मंजूरी मिल गई है, हालांकि यह राष्ट्रीय कंपनी विधि अधिकरण (एनसीएलटी) की मंजूरी के लिए लंबित है। कंपनी ने कहा कि किसी भी स्थिति में सम्पूर्ण ऋण पुनर्गठन के अधीन है।
जेएएल ने कहा, ‘‘एक जिम्मेदार उधारकर्ता के तौर पर कंपनी उधारी को कम करने के लिए ठोस कदम उठा रही है। सीमेंट व्यवसाय के प्रस्तावित विनिवेश और विचाराधीन पुनर्गठन के बाद, संशोधित पुनर्गठन योजना के कार्यान्वयन पर उधारी लगभग शून्य हो जाएगी।’’
इसके अलावा, कंपनी ने बताया कि आईसीआईसीआई बैंक ने कंपनी के खिलाफ दिवाला व दिवालियापन संहिता (आईबीसी) 2016 की धारा सात के तहत आरबीआई के निर्देश पर एनसीएलटी इलाहाबाद का रुख किया। कंपनी ने इस कदम का विरोध किया है।
हैप्पिएस्ट माइंड्स टेक का चौथी तिमाही का मुनाफा 24.83 प्रतिशत बढ़कर 71.98 करोड़ रुपये
नई दिल्ली,
सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी हैपिएस्ट माइंड्स टेक्नोलॉजीज का वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही में एकीकृत शुद्ध लाभ 24.83 प्रतिशत बढ़कर 71.98 करोड़ रुपये रहा। कंपनी का वित्त वर्ष 2022-23 की चौथी तिमाही में शुद्ध मुनाफा 57.66 करोड़ रुपये रहा था।
हैपिएस्ट माइंड्स टेक्नोलॉजीज ने शेयर बाजार को दी सूचना में बताया कि समीक्षाधीन तिमाही में परिचालन आय सालाना अधार पर 10.4 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 417.29 करोड़ रुपये रही जबकि वित्त वर्ष 2022-23 की चौथी तिमाही में यह 377.98 करोड़ रुपये थी।
वार्षिक मुनाफा 7.53 प्रतिशत बढ़कर 248.39 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वित्त वर्ष 2022-23 में यह 230.99 करोड़ रुपये था। वित्त वर्ष 2023-24 की परिचालन आय 13.66 प्रतिशत बढ़कर 1,624.66 करोड़ रुपये हो गई। वित्त वर्ष 2022-23 में यह 1429.29 करोड़ रुपये थी।
कंपनी ने 31 मार्च 2024 को समाप्त वित्त वर्ष के लिए दो रुपये प्रति शेयर पर 3.25 रुपये का अंतिम लाभांश की सिफारिश की है। हालांकि, इसके लिए 28 जून 2024 को होने वाली कंपनी की 13वीं वार्षिक आम बैठक (एजीएम) में शेयरधारकों की मंजूरी आवश्यक होगी।