अखिल भारतीय साहित्य परिषद इकाई धार का व्याख्यान समारोह सम्पन्न

धार
अखिल भारतीय साहित्य परिषद जिला इकाई धार के तत्वावधान में दिनांक 14 अप्रैल 2023 को शासकीय मांडल उ.मा.विद्यालय के विशाल मुक्त आकाशीय मंच पर  आयोजित "साहित्य का सामर्थ्य "विषयक व्याख्यान समारोह अखिल भारतीय साहित्य परिषद संगठन के राष्ट्रीय संगठन मंत्री श्री श्रीधर पराड़कर के मुख्य आतिथ्य,‍ प्रोफोसर (डा.) नीलम राठी, डी लिंक अदिति महाविद्यालय (दिल्ली विश्वविद्यालय) मुख्य वक्ता,और अखिल भारतीय साहित्य परिषद के मालवा प्रांत अध्यक्ष श्री त्रिपुरारी लाल शर्मा की अध्यक्षता में तथा शा,. माडल स्कूल के प्रभारी प्राचार्य श्री रमेश चन्द्र फूलमाली के विशिष्ट आतिथ्य  में सम्पन्न हुआ।

कार्यक्रम का शुभारंभ मंचासीन अतिथियों के द्वारा मां शारदा और भारत माता के पूजन , माल्यार्पण, वन्दन से हुआ। मां शारदा की नृत्यमय वन्दना बालिका द्वय प्रशस्ति दवे और मनस्वी दवे द्वारा प्रस्तुत की गई । तत्पश्चात अतिथियों का माल्यार्पण द्वारा स्वागत किया गया। अ.भि.सा.प.के धार जिला अध्यक्ष शरद जोशी "शलभ" द्वारा मुख्य अतिथि श्री पराड़कर जी को शाल श्रीफल और धार की वाग्देवी (सरस्वती) का चित्र प्रतीक चिन्ह के रूप में भेंट किया गया।स्वागत उद्बोधन तथा अतिथि परिचय परिषद के  जिलाध्यक्ष शरद जोशी "शलभ" ने दिया।

इस अवसर पर समारोह की  मुख्य वक्ता प्रोफेसर नीलम राठी द्वारा अपने विद्वता पूर्ण व्याख्यान में विभिन्न दृष्टान्तों  के माध्यम से साहित्य का सामर्थ्य विषय को उदघाटित किया ।पृथ्वीराज चौहान, मोहम्मद गौरी,चन्दबरदाई , कविवर रामधारी सिंह दिनकर और अन्य साहित्य कारो के  प्रसंग भी अभिव्यक्त किए। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री श्रीधर पराड़कर जी ने अपने आशीर्वचन में साहित्य का सामर्थ्य विषय के महत्व को अभिव्यक्त करते हुए कहा कि परिषद का प्रमुख कार्य साहित्य के वातावरण को देशानुकूल लोकानुकूल करना है। इसके लिए सतत प्रयत्नशील रहना चाहिए। व्याख्यान समारोह की अध्यक्षता करते हुए श्री त्रिपुरारी लालजी शर्मा ने अपने गरिमामय अध्यक्षीय उद्बोधन में अपने पूर्व वक्ताओं के वक्तव्यों को    देश समाज और संस्कृति के हित में परिभाषित करते हुए धार जिला में अखिल भारतीय साहित्य परिषद की निरंतर गतिविधियों की प्रशंसा की।

  व्याख्यान के पश्चात काव्य समारोह आयोजित किया गया। काव्य समारोह की मुख्य आतिथ्य  धरमपुरी तहसील के महासचिव श्री नन्द किशोरजी वि्श्वकर्मा जी ने ग्रहण की। विशिष्ट आतिथ्य कवयित्री ललिता "लहर" धामनोद ने ग्रहण किया। अध्यक्षता शिक्षाविद एवं व्यंग्यकार डा श्रीकांत द्विवेदी ने की।

काव्य समारोह में , सर्वश्री त्रिपुरारी लालजी शर्मा, कृष्ण कुमार दुबे,हरि हर दत्त शुक्ला कैलाश बंसल, महेश त्रिवेदी"प्रहरी" नन्द किशोर उपाध्याय, रमेश चन्द्र फूलमाली, नन्द किशोर उपाध्याय,शरद जोशी "शलभ", ललिता "लहर", नन्द किशोर विश्वकर्मा, तथा दैनिक भास्कर इन्दौर की सह सम्पादक अंकिता जोशी, आभा "बेचैन" , डा.श्रीकांत द्विवेदी ने अपनी उत्कृष्ट रचनाएं प्रस्तुत की। कार्यक्रम में श्री श्रीराम रावल, श्री मती सरोज जोशी, डा. दीपेन्द्र शर्मा, अनिल तिवारी, मनमोहन जोशी, कैलाश योगी, प्रदीप जोशी,आशुतोष मलतारे आदि विशेष रूप से उपस्थित रहे।

कार्यक्रम के प्रथम सत्र, व्याख्यान समारोह की संचालन परिषद जिला महा सचिव श्री श्याम लाल शर्मा ने किया तथा द्वितीय सत्र काव्य समारोह का संचालन परिषद की जिला उपाध्यक्ष कवयित्री आभा "बेचैन" ने किया।

आभार प्रदर्शन कविवर हरिहर दत्त शुक्ला ने किया। आयोजित कार्यक्रम व्यवस्था में श्री अभिजीत तिवारी और राजेन्द्र जैन ने पूर्ण सहयोग प्रदान किया।कार्यक्रम का शानदार फिल्मांकन श्री देवांग पवांर ने किया।

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