13 सितंबर को छत्तीसगढ़ में कांग्रेस का रेल रोको आंदोलन, ट्रेनों को रद्द करने का विरोध

रायपुर

छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले कांग्रेस अब हर तरफ से भाजपा को घेरने की रणनीति बना रही है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी से लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पहले संकल्प शिविरों में केंद्र की सार्वजनिक उपक्रमों को बेचने का आरोप लगाकर SECL के खिलाफ आंदोलन करने का ऐलान किया है।

अब बिना वजह ट्रेन बंदी के मुद्दे को लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी (PCC) ने केंद्र सरकार और रेलवे के खिलाफ मोर्चा खोलने का ऐलान कर दिया है। प्रदेश भर में 13 सितंबर को कांग्रेस रेल रोको आंदोलन करेगी। इस आंदोलन को प्रभावी बनाने के लिए PCC ने प्रभारियों की नियुक्ति भी की है।

भाजपा भ्रष्टाचार, शराब बंदी सहित जनहित के मुद्दों के साथ ही केंद्र के पैसे से प्रदेश का विकास होने का दावा कर रही है। दूसरी तरफ चुनावी समर में भाजपा से एक कदम आगे बढ़ते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल खुद PCC चीफ दीपक बैज के साथ हर विधानसभा में पहुंच रहे हैं और संकल्प शिविर के बहाने कार्यकर्ताओं को एकजुट कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल केंद्र की मोदी सरकार और अडानी का नाम लेकर एसईसीएल सहित केंद्र के सार्वजनिक उपक्रमों को बेचने का आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने तो कोयला खदान आवंटन के मुद्दे पर जनआंदोलन करने का ऐलान भी कर दिया है।

रेलबंदी को लेकर केंद्र और भाजपा को घेरने PCC की तैयारी

अब प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने छत्तीसगढ़ से होकर चलने वाली ट्रेनों को कैंसिल करने के विरोध में प्रदेश भर में रेल रोको आंदोलन करने का ऐलान कर दिया है। इसके तहत 13 सितंबर को प्रदेश के सभी जिला मुख्यालय और रेलवे स्टेशनों में रेल रोको आंदोलन कर भाजपा के खिलाफ माहौल बनाया जाएगा।

रेलवे के खिलाफ चरणबद्ध चलेगा आंदोलन
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता अभय नारायण राय ने बताया कि रेलवे के खिलाफ यह आंदोलन चरणबद्ध चलेगा। नौ सितंबर को सभी प्रभारी अपने-अपने जिलों में प्रेसवार्ता लेंगे। इसमें केन्द्र सरकार की यात्री विरोधी रवैए की जानकारी आम लोगों को दी जाएगी। फिर 10,11 व 12 सितंबर को पम्पलेट, पोस्टर के जरिए जन जागरण अभियान चलाया जाएगा।

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