हिमाचल में भारी बारिश, भूस्खलन से 530 सड़कें बंद, 2897 ट्रांसफार्मर ठप

शिमला
हिमाचल प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में  रात से एक बार फिर भारी बारिश हो रही है। राजधानी शिमला में भी मूसलाधार वर्षा का दौर जारी है। मौसम के तेवर को देखते स्थानीय लोगों की नींद उड़ गई है। लोग घरों से बाहर निकलने पर असुरक्षित महसूस के रहे हैं।

 शिमला में लगातार ही रही बारिश से भूस्खलन की आशंका बढ़ गई है। शिमला के विजयनगर में पानी घुसने से देर रात कई घर खाली करवाए गए हैं। शिमला के आईएसबीटी के पास सड़क किनारे पार्क एक निजी बस मलबे की चपेट में आ गई। गनीमत यह रही कि घटना में कोई जानी नुकसान नहीं हुआ। शिमला से सटे सोलन जिला के सुबाथू में बाढ़ आने से कई घरों व वाहनों को नुकसान पहुंचा है।

राज्य के विभिन्न भागों में अधिकतर रास्ते बारिश और भूस्खलन के चलते बंद हैं। शिमला-चंडीगढ़ नेशनल हाइवे-5 सोलन जिला के चक्की मोड़ में भूस्खलन से अवरुद्ध है। मंडी जिला में कुल्लू-मंडी नेशनल हाइवे-21 पण्डोह के समीप हुए भूस्खलन से बाधित है। मंडी जिले में ही मंडी-पठानकोट नेशनल हाइवे-154 भी अवरुद्ध हो गया है।

राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट के मुताबिक भूस्खलन से तीन नेशनल हाइवे समेत 530 सड़कें बंद हैं। इसके साथ ही 2897 ट्रांसफार्मरों खराब होने से बिजली गुल हो गई है। मंडी जिला में सबसे ज्यादा 213 सड़कें बंद हैं। सोलन में 134, शिमला में 58, बिलासपुर में 50, हमीरपुर में 33 और कुल्लू जिला में 24 सड़कों पर आवागमन ठप है। इसके अलावा बड़ी संख्या में ट्रांसफार्मर भी खराब पड़े हैं। अकेले मंडी जिला में 1142 ट्रांसफार्मरों के ठप पड़ने से कई गांवों और शहरों में बिजली गुल है। शिमला जिला में 598, सोलन में 410, हमीरपुर में 376, सिरमौर में 158 और कुल्लू में 124 ट्रांसफार्मर बंद हैं। राज्य में भूस्खलन से 214 पेयजल स्कीमें भी प्रभावित हुई हैं। मंडी में 91, शिमला में 73 और बिलासपुर में 47 पेयजल स्कीमें ठप हैं।

राज्य के विभिन्न इलाकों में लगातार बारिश से नदी-नाले उफान पर हैं, जिसके चलते राज्य में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। अगर कुछ दिन और ऐसे बारिश जारी रही तो शिमला समेत हिमाचल के अन्य इलाकों के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी हो सकती है।

मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में भारी बारिश को लेकर शिमला सहित 10 जिलों के लिए अलर्ट किया है। आगामी 25 अगस्त तक भारी बारिश की आशंका जताई है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक सुरेंद्र पॉल ने बताया कि मानसून के सक्रिय होने से अगले तीन दिन भारी बारिश होने का अनुमान है। उन्होंने कहा कि 23 व 24 अगस्त को भारी वर्षा का ओरेंज और 25 अगस्त को येलो अलर्ट जारी किया गया है। ये अलर्ट शिमला, चम्बा, कुल्लू, मंडी, कांगड़ा, बिलकुल, ऊना, हमीरपुर, सोलन और सिरमौर जिलों के लिए जारी हुआ है। इन जिलों में अगले 24 घंटे के दौरान बाढ़ आने की भी चेतावनी दी गई है। मौसम विभाग ने अगले तीन दिन इन जिलों में भूस्खलन व पेड़ों के गिरने की आशंका जताई है और घरों से बाहर निकलते समय लोगों को सावधानी बरतने को कहा है। लोगों व सेलानियों से अपील की गई है कि वे भूस्खलन संभावित इलाकों और नदी-नालों के तटों की तरफ न जाएं। 27 अगस्त तक राज्य में मौसम खराब रहेगा।

 

 

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