गुरु पुष्य योग में भगवान बद्री विशाल मंदिर के कपाट 27 अप्रैल को खुलेंगे

विश्व प्रसिद्ध बदरीनाथ धाम में कपाट खुलने की तिथि तय हो गई है। गुरुवार को नरेंद्र नगर में बसंत पंचमी के अवसर पर भगवान बद्री विशाल के कपाट खेलने का मुहूर्त तय किया गया। इस साल 27 अप्रैल को प्रात: 7.10 पर गुरु पुष्य योग में श्रद्धालओं के लिए कपाट खोले जाएंगे। बद्री विशाल का तेल कलश तिलों का तेल 12 अप्रैल को टिहरी नरेश के राज दरबार नरेंद्र नगर में पिरोया जाएगा और शोभा यात्रा प्रारंभ होगी।

 राजमहल नरेंद्र नगर में आयोजित धार्मिक समारोह में कपाट खुलने की घोषणा की गई। चमोली जिले में स्थित भगवान विष्णु को समर्पित बद्रीनाथ धाम के कपाट पिछले साल शीतकाल के लिए 19 नवंबर को बंद हुए थे। बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति अध्यक्ष अजेन्द्र अजय ने बताया कि, बदरीनाथ मंदिर के कपाट खुलने से पहले परम्परानुसार गाडू घड़ा नृसिंह मन्दिर से योग ध्यान मन्दिर पांडुकेश्वर पहुंचेगा। मंगलवार योग ध्यान मंदिर पांडुकेश्वर में भगवान उद्धव, कुबेर के मंदिर में गाडू घड़ा का पूजन किया जाएगा।

बसंत पंचमी पर तय हुई तारीख

बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति की ओर से कहा गया है कि नरेंद्र नगर के शाही दरबार में मनाई जाने वाली ‘बसंत पंचमी’ के शुभ मौके पर बद्रीनाथ धाम के कपाट खोलने की तारीखें काफी अध्ययन करने के बाद तय की गई हैं। इसे ‘पंचांग गणना’ भी कहा जाता है। समिति ने कहा कि पूरे रीति-रिवाजों और परंपराओं के साथ पट खोले जाएंगे।

उत्सव में ये लोग रहे मौजूद

सूत्रों ने पुष्टि की कि शाही टिहरी परिवार के कई लोग, बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के सदस्य, डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत के प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में श्रद्धालु ‘बसंत पंचमी’ के उत्सव के लिए उपस्थित थे। अलकनंदा नदी के किनारे चमोली जिले में गढ़वाल पहाड़ी की पटरियों पर स्थित बद्रीनाथ मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है। बद्रीनाथ मंदिर के कपाट शीतकाल में बंद किए जाते हैं।
चार धामों में शामिल है बद्रीनाथ

यह तीर्थ चार प्राचीन तीर्थ स्थलों में से एक है, जिसे ‘चार धाम’ कहा जाता है। इसमें यमुनोत्री, गंगोत्री और केदारनाथ भी शामिल हैं। यह उत्तराखंड के बद्रीनाथ शहर में स्थित है। यह हर साल छह महीने (अप्रैल के अंत और नवंबर की शुरुआत के बीच) के लिए खुला रहता है।
सीएम ने किया चार धाम यात्रा का ऐलान

जानकारी के मुताबिक बद्रीनाथ के पास जोशीमठ में प्राकृतिक आपदा से हर कोई दहशत में है। ऐसे में पिछले हफ्ते प्रेसवार्ता के दौरान उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा था कि चार धाम यात्रा अगले चार महीनों में शुरू होगी। इस यात्रा पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।

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