सड़क निर्माण कार्य में टूटी पानी पाईप लाइन, गांव में बना जलसंकट

ग्रामीणों की शिकायत पर पीएचई विभाग द्वारा पानी की जगह केवल मिला आश्वासन

एसडीएम को शिकायत पर कार्यवाही न होने पर सीएम हेल्पलाइन में हुई शिकायत

मण्डला
जिले के जनपद पंचायत निवास अन्तर्गत  ग्राम पंचायत हरिसिंघौरी  टोला बरमदाना में भीषण जल संकट की स्थिति बनने से गांव के लोगों द्वारा दो-तीन कि.मी. दूर स्थित हैंड पंप से पीने का पानी लेकर आना पड़ रहा, ग्रामीणों द्वारा बताया की करीब एक माह से गांव में पानी नहीं मिल रहा है क्योंकि यहां निवास तिराहा से कुण्डम तक रोड़ निर्माण कार्य पीडब्ल्यूडी द्वारा कराया जा रहा और निर्माण कार्य के समय गांव में पानी की सप्लाई लाइन तोड़ दी गयी है, उनसे बोलने पर हमें केवल आश्वासन भर मिला अभी तक काम नहीं कराया गया। जिससे हमें पाने के पानी के अत्यधिक परेशानी जा रही है और मजबूर हमें अपने पढ़ने वाले बच्चों से  इस परीक्षा के समय में पानी भरवाना पड़ रहा है जिससे उनकी पढ़ाई प्रभावित हो रही है।

भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ी स्वजल धारा योजना –

 बतादें हरिसिंघौरी के पोषक ग्राम बरमदाना टोला बर्ष 2004 में शासन द्वारा स्वजल धारा योजना के तहत गांव में पानी की व्यवस्था हेतु राशि स्वीकृत हुई थी जिसकी निर्माण एजेंसी ग्राम पंचायत को बनाया गया था किन्तु ग्राम पंचायत द्वारा उस योजना के कार्यों में भ्रष्टाचार की होली खेल ली गयी, और पूरी राशि बंदरबांट हो गयी, जिसपर गांव के ही नागरिक एस पी तिवारी द्वारा शिकायत कर जांच की मांग की गयी, जांच में ग्राम पंचायत के सरपंच और सचिव को दोषी पाया और न्यायालय जिला पंचायत द्वारा सरपंच, सचिव को दोषी करार देते हुए शासन की राशि में हुए भ्रष्टाचार की राशि बसूली के आदेश जारी हुए किन्तु योजना का लाभ ग्रामीणों को आज तक नहीं मिल सका।

 जनभागीदारी से पाईप लाईन डालकर की जाती थी पानी सप्लाई –

 ग्रामीणों की जानकारी अनुसार जब गांव में शासन-प्रशासन का ध्यान पानी की समस्या के लिए नहीं गया तो सभी गांव के लोगों द्वारा जनभागीदारी से पीने के पानी की सप्लाई हेतु पाईप लाईन एक प्राइवेट बोर से गांव तक डाल कर पीने के पानी की व्यवस्था की गयी किन्तु सड़क निर्माण कंपनी द्वारा उस लाईन को तोड़ दिया गया, जिससे आज यहां पानी का संकट हो गया जबकि इसकी पीडब्ल्यूडी  एवं पीएचई को दिये जाने के बाद भी आज लगभग एक माह होने के बाद भी उस पानी की लाईन को नहीं जोड़ा जा रहा है। दोनों विभाग के अधिकारियों द्वारा आश्वासन भर दिया जा रहा, काम नहीं कराया जा रहा।

मजबूरन लेना पड़ा सीएम हेल्पलाइन का सहारा –

 गांव के ही नागरिक ने बताया की जब एसडीएम को यह समस्या की शिकायत करने पर ध्यान नहीं दिया गया तो हमें मजबूरन सीएम हेल्पलाइन कर गांव में हो रही पाने के पानी की समस्या के संबंध में शिकायत दर्ज करायी गयी है‌‌। और अगर इसके बाद भी समस्या का निदान नहीं होता तो हम गरीब मजदूर लोगों को धरना प्रदर्शन के मजबूर होना पड़ेगा। जिसकी जबावदारी संबंधित विभाग की होगी।

गांव में पीएचई द्वारा बोर तो करा दिया पर  बोर मे मोटर नहीं डाला जा रही-

 ग्राम पंचायत हरिसिंघौरी के पोषक ग्राम बरामदाना टोला में पीएचई विभाग द्वारा बोर कराया गया पर न ही उसमें मोटर डाली जा रही न ही पाईप लाइन का कनेक्शन किया जा रहा, इस संबंध पीएचई ई, एसडीओ, विधायक जनपद पंचायत सीईओ से निवेदन करने पर भी ध्यान नहीं दिया जा रहा एसडीओ हमेशा यह कह देते हैं की कल से से काम लग जायेगा पर दुख इस बात का है की करीबन एक माह बाद भी एसडीओ का कल नहीं हो पाया। और न ही पानी की सप्लाई हेतु काम लगाया गया। जबकि इस गांव में एक भी सार्वजनिक कुंआ या हैंड पंप नहीं हैं। जिससे जब कभी ऐसी समस्या बन रही है तो और भीषण गर्मी में क्या हाल होगा यह पीएचई विभाग बता सकता है।

इनका कहना है –

जब संबंध विभाग ध्यान नहीं दिया और एसडीएम को शिकायत पर कार्यवाही नहीं हुई तो मजबूरन मैंने सीएम हेल्पलाइन पर अपनी शिकायत दर्ज कराकर जल्द पानी की समस्या निदान हेतु निवेदन किया हूं।

गंगा राम रैदास
ग्रामीण, बरमदाना टोला, ग्राम पंचायत हरिसिंघौरी, निवास

गांव में पिछली पानी की सप्लाई जो टैंकरों से पंचायत ने करवाई थी, वह भुगतान विभाग से न मिलने के कारण संबंधित को भुगतान नहीं किया जा सका इसलिए  पानी सप्लाई के लिए टैंकर वाले तैयार नहीं हो रहे हैं। हमारे  द्वारा समुहिक आवेदन भी दे दिया गया है

सुखवंती मरावी
सरपंच
ग्राम पंचायत, हरिसिंघौरी, निवास

बोर मे  मोटर डालने हेतु अपने उच्च विभाग से मोटर की मांग की गयी है, जैसे मोटर मिल जाती है वैसे ही काम करा दिया जावेगा।

आर सी मानव
एसडीओ, पीएचई विभाग, निवास

 एसडीओ निवास को समस्या को हल कराने के निर्देश दिये गये हैं, जल्द ही गांव में हो रही पानी की समस्या का हल हो जावेगा।

मनोज भास्कर
ई पीएचई विभाग, मण्डला

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